
सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं के तहत अगस्त 2025 के लिए बढ़े हुए दर से पेंशन राशि का वितरण किया गया। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1263 करोड़ 95 लाख रुपया जारी किया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अन्तर्गत अगस्त माह की 1263.95 करोड़ रूपये की राशि 1 करोड़ 13 लाख से अधिक लाभार्थियों के बैंक खाते में डी०बी०टी० के माध्यम से हस्तांतरित किया। यह कार्यक्रम अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में आयोजित किया गया। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभार्थियों को अगस्त माह की 1100 रूपये की पेंशन राशि उनके खाते में आज अंतरित की गई है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष समाज कल्याण विभाग द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के संबंध में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया कि कार्यक्रम से जनप्रतिनिधिगण, जिलाधिकारी, लाभार्थीगण एवं बड़ी संख्या में आमजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुये हैं। माह जून एवं जूलाई 2025 की बढ़ी हुई दर से पेंशन राशि का हस्तांतरण मुख्यमंत्री के द्वारा पहले किया जा चुका है। अगस्त माह का मासिक पेंशन राशि का भुगतान 1100 रूपये प्रति माह की दर से आज डीबीटी के माध्यम से किया गया है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाओं में पिछले माह की तुलना में 1 लाख 23 हजार नये लाभुकों को स्वीकृति प्रदान की गई है। माह जून से अगस्त तक कुल पेंशनधारियों की संख्या में 2.22 लाख की वृद्धि हुई है।
कोई भी योग्य सामाजिक पेंशनधारी छूटे नहीं इसका विशेष ख्याल रखें
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जून माह से सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत वृद्धजनों, दिव्यांगजनों एवं विधवा महिलाओं को हर माह मिलने वाली पेंशन की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये प्रतिमाह कर दी गयी है। हमने शुरू से ही सभी वर्गों के उत्थान के लिए कई योजनाएँ चलाई हैं। समाज के कमजोर तबकों के हित के लिए हमलोग निरंतर काम कर रहे हैं। वृद्धजनों, दिव्यांगजनों एवं विधवा महिलाओं की सहूलियत के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनायें चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोई भी योग्य सामाजिक पेंशनधारी छूटे नहीं इसका विशेष ख्याल रखें। आज सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभार्थियों को अगस्त माह की 1100 रुपये की पेंशन राशि उनके खाते में अंतरित की गई है, इसके लिए मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैं आप सभी को बधाई देता हूँ। समय पर पेंशन की राशि लाभुकों के खाते में पहुंचने से उन्हें सहूलियत होती है। सभी के जीवन को सम्मानजनक तथा बेहतर बनाने के लिए हमलोग लगातार काम कर रहे हैं।
जानिए किस किस खाते में गया कितना रुपया
विदित है कि आज 06 सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लाभार्थियों के खाते में राशि भेजी गई है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशनधारियों की संख्या 35,38,296 है, जिनके खाते में आज कुल 389 करोड़ 30 लाख 96 हजार रूपये की राशि अंतरित की गयी है। मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के तहत पेंशनधारियों की संख्या 51,98,211 है, जिनके खाते में आज 585 करोड़ 86 लाख 97 हजार 900 रूपये की राशि अंतरित की गयी है। इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशनधारियों की संख्या 6,35,719 है, जिनके खाते में आज 70 करोड़ 31 लाख 93 हजार 100 रूपये की राशि अंतरित की गयी है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निःशक्तता पेंशन योजना के अन्तर्गत पेंशनधारियों की संख्या 1,10,319 है, जिनके खाते में आज 12 करोड़ 13 लाख 79 हजार 700 रूपये की राशि अंतरित की गयी है। लक्ष्मीबाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत पेंशनधारियों की संख्या 8,81,680 है, जिनके खाते में आज 97 करोड़ 97 लाख 82 हजार 700 रूपये की राशि अंतरित की गयी है। बिहार निःशक्तता पेंशन योजना के तहत पेंशनधारियों की संख्या 9,78,483 है, जिनके खाते में आज 108 करोड़ 33 लाख 2 हजार 300 रूपये की राशि भेजी गई है। यह समावेशी विकास और सामाजिक न्याय को दर्शाता है।
इनकी भी थी मौजूदगी
कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंटकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी डॉ० गोपाल सिंह, सामाजिक सुरक्षा निदेशालय की निदेशक रंजीता, समेकित बाल विकास सेवायें निदेशालय के निदेशक अमित कुमार पांडेय, दिव्यांगजन सशक्तीकरण निदेशालय के निदेशक योगेश कुमार सागर सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारी, जनप्रतिनिधिगण एवं लाभार्थीगण कार्यक्रम से जुड़े थे।