
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार देर शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जिम्मेदार अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दे दिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। उन्होंने सभी जिलों में एंटी रोमियो स्क्वॉड को और सक्रिय करने व आगामी नवरात्र के दौरान मिशन शक्ति का नया चरण शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही बैठक में प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) की तैयारियों की भी समीक्षा की गई है। सीएम योगी ने स्पष्ट कहा कि परीक्षा के दौरान अफवाह और भ्रामक सूचना फैलाने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी। जिला प्रशासन परीक्षा आयोजन संस्था के साथ समन्वय कर अभ्यर्थियों को हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराए।
सीएम योगी ने दी चेतावनी
दरअसल सीएम योगी ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था, जन शिकायत निस्तारण, त्यौहारों की तैयारियों, बाढ़ की स्थिति, स्वास्थ्य सेवाओं और आगामी PET परीक्षा की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई अहम दिशा-निर्देश दिए हैं। जन शिकायत निस्तारण पर सख्ती दिखाते हुए सीएम योगी ने कहा कि आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से मिली हर शिकायत का समाधान शिकायतकर्ता की संतुष्टि के आधार पर होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि मिथ्या या भ्रामक रिपोर्ट लगाने वाले अधिकारियों पर अनिवार्य रूप से अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
सर्पदंश की दवा उपलब्ध कराएं
सीएम योगी ने आगामी बरावफात, अनंत चतुर्दशी और विश्वकर्मा पूजा को लेकर पुलिस-प्रशासन को पहले से अलर्ट रहने के निर्देश दिए है। साथ ही बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्यों को तेज और प्रभावी बनाने, नगर निकायों को जलभराव की त्वरित निकासी व सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने और स्वास्थ्य केंद्रों पर सर्पदंश की दवा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए है। उन्होंने नकली व खराब मानक की दवाओं की बिक्री पर गंभीर चिंता जताते हुए साफ कहा कि प्रदेश में ऐसी गतिविधि बर्दाश्त नहीं होगी और प्रशासन को सख्त निगरानी रखनी होगी।
वहीं किसानों के लिए खाद आपूर्ति पर विशेष ध्यान देने को कहा और कालाबाजारी व जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए है। बैठक में प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) की तैयारियों की भी समीक्षा की गई है। यह परीक्षा 6 और 7 सितंबर को 48 जिलों में बनाए गए 1479 केंद्रों पर होगी, जिसमें 25.31 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने प्रश्न पत्रों की गोपनीयता, सीसीटीवी निगरानी, सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती और बारिश के मौसम में परीक्षार्थियों की सुविधा हेतु विशेष प्रबंधन के निर्देश दिए है।