
जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए लेकिन यह पहला मौका था जब उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सीधे सीएम के भाई पर हमला बोला था. अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के भाई नारायण यादव ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी को 10 करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजा है. यह मानहानि का नोटिस जीतू पटवारी द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों के चलते भेजा गया है. इस मामले कानून के जानकारों की मदद से पटवारी के खिलाफ अगली कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उज्जैन जिले के बड़नगर में आम सभा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के भाई नारायण यादव पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि उज्जैन जिले में ‘नारायण यादव टैक्स’ चल रहा है. इस पूरे मामले में उनके द्वारा यह भी कहा गया था कि व्यापारियों से ‘नारायण टैक्स’ के नाम पर वसूली की जा रही है
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जीतू पटवारी को 10 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेजा गया है. सीनियर एडवोकेट वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि नारायण यादव कुश्ती संघ के पदाधिकारी होने के साथ-साथ उज्जैन के समाजसेवी और स्टोन क्रेशर के व्यापारी भी हैं. उन पर लगे झूठे आरोपों से उनकी छवि धूमिल हुई है. इसी के चलते जीतू पटवारी को 10 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेजा गया है. उनके द्वारा आगे भी कार्रवाई की रणनीति तैयार कर ली गई है
पहली बार परिवार पर लगाए आरोप
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री और सरकार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए लेकिन यह पहला मौका था जब उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सीधे मुख्यमंत्री के भाई पर तीखा हमला बोला. एडवोकेट वीरेंद्र शर्मा के मुताबिक जीतू पटवारी को लगाए गए आरोपी को सिद्ध करना पड़ेगा, यदि ऐसा नहीं कर पाते हैं तो उन पर आगे विधिवत करवाई की जाएगी
आरोपों पर दिया एडवोकेट ने यह बयान
एडवोकेट वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि नारायण यादव मुख्यमंत्री के बड़े भाई होकर 70 वर्षीय समाजसेवी हैं. वे यादव महासभा के अध्यक्ष भी हैं. इसके अलावा मध्य प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष हैं. उन पर बड़नगर की सभा में जीतू पटवारी ने झूठे आरोप लगाया. इसी के चलते उन्हें नोटिस भेजा गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री के बड़े भाई नारायण यादव पर झूठे आरोप लगाए थे