मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जापान के नेताओं और अधिकारियों के साथ कई मद में बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने राज्य में विदेशी निवेश समेत भारत-जापान संबंधों को बढ़ावा देने को लेकर भी वार्ता की। वह 28 से 31 जनवरी के बीच टोकियो ओसाका और कोबे की यात्रा करेंगे। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य निवेशकों को मध्य प्रदेश में मौजूद अवसरों के बारे में बताना और राज्य में आगामी वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन के लिए उन्हें निमंत्रण देना है। बैठक के दौरान, मात्सुमोतो और यादव ने द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर प्रकाश डाला और राज्य स्तर पर अधिक सहभागिता के माध्यम से सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर चर्चा की। इससे पहले, मुख्यमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल ने ‘एएंडडी मेडिकल्स’ के निदेशक दाईकी अराई के साथ बैठक की। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपनी टोकियो यात्रा के दौरान मध्यप्रदेश में विदेशी निवेश बढ़ाने के साथ भारत-जापान संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा की। उन्होंने जापान के संसदीय उप विदेश मंत्री हिसाशी मात्सुमोतो के साथ बुधवार को भारत-जापान संबंधों को मजबूत करने और राज्य स्तर पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। बता दें कि मोहन यादव 4 दिवसीय यात्रा पर जापान गए हैं।
जापान रेलवे के चेयरमैन से भी की मुलाकात
यादव ने अराई को बताया कि उज्जैन में ‘मेडिकल और फार्मास्युटिकल पार्क’ में सुविधाएं स्थापित करने की इच्छुक कंपनियों के लिए रियायती दरों पर 75 एकड़ जमीन उपलब्ध है। ‘एएंडडी मेडिकल्स’ ने इस साल की शुरुआत में राज्य में विनिर्माण केंद्र स्थापित करने में गहरी रुचि दिखाई। यादव ने केडानरेन (जापान बिजनेस फेडरेशन) में दक्षिण एशिया समिति के अध्यक्ष और ईस्ट जापान रेलवे कंपनी के चेयरमैन युजी फुकसवा से भी मुलाकात की। इस बैठक में जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज भी शामिल हुए। यादव ने मंगलवार को जॉर्ज से मुलाकात कर जापान एवं मध्य प्रदेश के बीच औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए संभावित अवसरों पर चर्चा की थी।
जापानी कार निर्माता टोयोटा के अधिकारियों से भी वार्ता
उन्होंने जापानी कार निर्माता कंपनी ‘टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन’ के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात कर उनसे मध्य प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। ‘मध्य प्रदेश वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन (जीआईएस) 2025’ इस साल 24-25 फरवरी को भोपाल में आयोजित होगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में 30 से अधिक देशों के 15,000 से अधिक निवेशकों के शामिल होने की उम्मीद है। यह सम्मेलन उद्योगपतियों के लिए आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र होगा।