
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मालेगांव बम विस्फोट मामले में अदालत के फैसले के बाद कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस पर ‘हिंदू टेरर’ जैसे झूठे नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि यह सनातन संस्कृति और साधु-संतों का अपमान है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मालेगांव बम विस्फोट मामले में एनआईए कोर्ट के हालिया फैसले के बाद कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वर्षों तक तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति करते हुए ‘हिंदू टेरर’ जैसा झूठ गढ़ा, जिससे न केवल निर्दोष साधु-संतों को निशाना बनाया गया, बल्कि भारत की सनातन संस्कृति और समाज की गरिमा को भी ठेस पहुंचाई गई।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब वे मंदिर जाते हैं तो कांग्रेस के नेताओं को इससे आपत्ति होती है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या मैं अपने आस्था के केंद्रों पर नहीं जा सकता? मुझे क्यों रोका जा रहा है कि मैं अपने धार्मिक विश्वासों के अनुसार जीवन न जी सकूं?” उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह मानसिकता बदलने की ज़रूरत है, क्योंकि धार्मिक आस्था का अधिकार हर नागरिक को है।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को दोहराते हुए कहा, “हिंदू कभी आतंकी नहीं हो सकता, क्योंकि यह हमारे संस्कारों में नहीं है। हम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना से जीवन जीते हैं। यहां तक कि चलते वक्त भी इस बात का ध्यान रखते हैं कि कोई चींटी भी हमारे पैरों तले न आ जाए।”
मुख्यमंत्री शर्मा का यह बयान उस समय आया है जब एनआईए कोर्ट ने मालेगांव विस्फोट केस में सबूतों के अभाव में कुछ आरोपियों को बरी कर दिया है। इसके बाद राजनीतिक हलकों में इस मुद्दे पर बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री का यह बयान कांग्रेस पर बीजेपी की ओर से की जा रही रणनीतिक प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है।