
सीमा पर वर्षों के तनाव के बाद, भारत और चीन अपने संबंधों को फिर से पटरी पर लाने की दिशा में दिख रहे हैं. लेकिन चुनौतियाँ बरकरार हैं.
जून में, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के दौरान चीन की अलग-अलग यात्रा की थी.
इस यात्रा को द्विपक्षीय संबंधों के बीच जमी बर्फ़ के पिघलने के रूप में देखा गया था.
एससीओ 10 सदस्य देशों का एक संगठन है, जिसमें भारत के साथ चीन, पाकिस्तान, रूस और ईरान शामिल हैं.
राजनाथ सिंह की यह यात्रा पिछले पाँच वर्षों में किसी वरिष्ठ भारतीय मंत्री की पहली चीन यात्रा थी.