
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत को सबसे करीबी साझेदार बताया. पीएम मोदी द्वारा घोषित ₹5000 करोड़ की सहायता को उन्होंने विकास योजनाओं के लिए बड़ी मदद कहा. भारत और मालदीव के रिश्तों में एक नया मोड़ तब आया, जब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के बाद भारत को अपनी सबसे करीबी साझेदार देश बताया. कभी ‘इंडिया आउट’ जैसे नारों के साथ सत्ता में आए मुइज्जू अब भारत से मिले सहयोग की सराहना कर रहे हैं. पीएम मोदी की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान भारत ने मालदीव को 5,000 करोड़ रुपये की नई क्रेडिट लाइन (आर्थिक सहायता) देने का ऐलान किया, जिसे राष्ट्रपति मुइज्जू ने मालदीव के विकास के लिए बेहद अहम बताया है.
भारत से रिश्ते पर क्या बोले राष्ट्रपति मुइज्जू?
News18 से बातचीत में राष्ट्रपति मुइज्जू ने बताया कि मालदीव अब भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि जब यह समझौता हो जाएगा तो दोनों देशों के व्यापारियों को बड़ा फायदा होगा. भारत की तरफ से मिली 5,000 करोड़ की सहायता का इस्तेमाल मालदीव अस्पताल, मकानों, स्कूलों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास में करेगा.
मुइज्जू ने कहा, “हमने कई अहम प्रोजेक्ट इसके लिए तय किए हैं. यह मदद हमारे लिए बहुत जरूरी है.” उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा, “हम प्रधानमंत्री के इस दौरे के लिए बहुत आभारी हैं.”
2023 में सत्ता में आए थे मुइज्जू
गौरतलब है कि मुइज्जू जब 2023 में सत्ता में आए थे, तब उनका रुख भारत के प्रति काफी सख्त था और ‘इंडिया आउट’ अभियान चला था. 2024 में उनके कुछ मंत्रियों ने भारत पर तीखी टिप्पणियां भी की थीं. मुइज्जू ने पहले तुर्की और चीन की यात्रा की थी, जबकि परंपरा के अनुसार मालदीव के राष्ट्रपति पहले भारत आते थे, लेकिन विदेश मंत्री एस. जयशंकर की यात्रा और मुइज्जू का भारत दौरा, दोनों देशों के रिश्तों को फिर से पटरी पर लाने में मददगार साबित हुए.