सीएम योगी ने आदित्यनाथ ने कहा, सनातन धर्म ही राष्ट्रीय धर्म है। प्रयागराज में चल रहा महाकुंभ किसी एक जाति या धर्म के लिए नहीं है। यह मानवता का धर्म है। उन्होंने कहा, पूजा की प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है। लेकिन धर्म एक है और वह धर्म सनातन धर्म है। कुंभ उसी सनातन धर्म का प्रतिनिधि है। एनडीटीवी से बात करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि करीब छह करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाई, जो गंगा, यमुना और कभी सरस्वती का संगम था। महाकुंभ ने एकता का संदेश दिया। इसमें कोई भेदभाव नहीं था। जो लोग सनातन धर्म की आलोचना करते थे, हम उनसे कहते हैं कि आओ इसे देखो। धृतराष्ट्र मत बनो, खुद आओ इसे देखो। योगी ने कहा, त्रिवेणी संगम में अब तक 11 करोड़ श्रद्धालुओं डुबकी लगाई है।
प्रयागराज महाकुंभ सहकारिता का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण
76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ सहकारिता का सबसे उत्कृष्ट उदाहरण है। उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 की शुरुआत करने वाला देश का पहला राज्य है। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रयागराज में 26 जनवरी को करीब ढाई से तीन करोड़ लोग पवित्र संगम में डुबकी लगाने पहुंचे हैं। यह पूरा कार्य आपसी सहभागिता के आधार पर चल रहा है और यह सहकारिता का सबसे बड़ा उदाहरण है। भारत के जीन में ही सहकारिता की भावना रची-बसी है। कार्यक्रम के दौरान योगी ने सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई दी और स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल मां भारती के सभी ज्ञात-अज्ञात सपूतों को नमन किया।
उन्होंने कहा, सहकार का ही एक परिवर्तित रूप सहकारिता है। और अगर एक स्वावलंबी भारत का निर्माण करना है, तो सहकारिता को अपने जीवन का हिस्सा बनाना होगा। योगी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से सहकारिता आंदोलन देश में नयी ऊंचाई प्राप्त कर रहा है। पहली बार देश में सहकारिता मंत्रालय का गठन हुआ और उसका नेतृत्व गृहमंत्री अमित शाह को सौंपा गया। सहकारिता आंदोलन पूरे देश में हर किसान, महिला और युवा वर्ग को इस अभियान का हिस्सा बना रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ साल में उत्तर प्रदेश में सहकारिता आंदोलन एक नयी दिशा की ओर अग्रसर हुआ है। उन्होंने सहकारिता बैंकों को डिजिटल भुगतान की ओर बढ़ने के लिए भी प्रेरित किया, जिससे किसान और नौजवानों को फायदा मिलेगा।