
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर एक खास संदेश दिया है. उन्होंने 14 अगस्त की तारीख को एक त्रासदी बताया है. मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर इस साल भी आज, 14 अगस्त को प्रदेश के सभी 75 जिलों में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन किया जा रहा है. इसका उद्देश्य युवाओं को विभाजन की त्रासदी के बारे में जानकारी देना है. सरकार के संस्कृति विभाग को इसकी जिम्मेदारी मिली है. आयोजनों में अनेक सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा. सीएम योगी ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर एक खास संदेश भी दिया है।
भारतीय इतिहास में 14 अगस्त मात्र एक तारीख नहीं, एक त्रासदी- सीएम योगी
आज ही के दिन, संकीर्ण मजहबी कट्टरता और नफरत की नीतियों ने भारत माता को बांटने का षड्यंत्र रचा, जिसकी परिणति दंगों, निर्दोषों की हत्याओं और तड़पती मनुष्यता के रूप में सामने आई। भारत विभाजन की इस अमानवीय वेदना के अवसर पर हम उन सभी असंख्य विस्थापितों, बलिदानियों और अनाम पीड़ितों को हृदय की गहराइयों से श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, और यह संकल्प करते हैं कि वह पीड़ा फिर किसी पीढ़ी को न झेलनी पड़े। वह पीड़ा हमारी स्मृति है और हमारी सीख भी है
कब से मनाया जाता है विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस?
पहली बार साल 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने की घोषणा की थी. इसके बाद से हर साल 14 अगस्त को पूरे देश में यह राष्ट्रीय स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है. जिसमें 1947 के भारत विभाजन के दौरान लोगों के प्राण न्योछावर करने वालों को श्रद्धांजलि दी जाती है. दरअसल, 1947 में ब्रिटिश भारत का विभाजन धार्मिक आधार पर हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप भारत और पाकिस्तान दो स्वतंत्र राष्ट्र बने