ब्रज के मंदिर और घरों में गोवर्धन पूजा आज

गोवर्धन पूजन के साथ अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। इसमें दिन में अन्नकूट यानी कच्चा प्रसाद बनाकर आराध्य का भोग लगाया जाएगा।

ब्रज में शनिवार को मंदिरों और घरों में गोवर्धन महाराज का पूजन किया जाएगा। गोवर्धन पूजन के साथ अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। इसमें दिन में अन्नकूट यानी कच्चा प्रसाद बनाकर आराध्य का भोग लगाया जाएगा।

ज्योतिषाचार्य अजय कुमार तैलंग ने बताया कि शनिवार को गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज स्थापित करने का शुभ मुहूर्त सुबह 6 से 9.23 बजे तक है। शाम को गोवर्धन पूजन का शुभ मुहूर्त दोपहर 3 से रात 8.15 तक है। उन्होंने बताया कि गोवर्धन पूजा की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत शुक्रवार शाम 6.16 पर शुरू हो गई और तिथि का समापन शनिवार रात 8.21 पर होगा। उदया तिथि के अनुसार इस बार गोवर्धन और अन्नकूट का त्योहार 2 नवंबर को ही मनाया जाएगा।

द्वारिकाधीश मंदिर में मनाया अन्नकूट महोत्सव
पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के ठाकुर श्रीद्वारिकाधीश मंदिर में शुक्रवार को अन्नकूट महोत्सव मनाया गया। मंदिर के चौक में गाय के गोबर से गोवर्धन महाराज बनाए गए और विधि-विधान से पूजन किया।

जयकारों के बीच गोवर्धन पूजन के बाद शाम को अन्नकूट महोत्सव आयोजित किया गया। इसमें राजाधिराज को विभिन्न व्यंजन सेवित किए गए। आराध्य के विशेष दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ लग गई। मंदिर के मुखिया सुधीर कुमार द्वारा गोवर्धन की पूजा विधि-विधान से की। उसके पश्चात सभी ने गोवर्धन की परिक्रमा लगाई। शाम को भव्य अन्नकूट का मनोरथ मनाया गया। दर्शन के लिए सैकड़ों श्रद्धालु आए।

ठाकुर श्रीबांकेबिहारी ने श्रीराम रूप में दिए दर्शन
वृंदावन। धर्मनगरी के विभिन्न मंदिरों व देवालयों में दीपोत्सव की धूम रही। ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में आराध्य ने भक्तों को श्रीराम रूप में दर्शन दिए। आराध्य के दर्शनों के साथ ठाकुरजी के समक्ष दीप ज्योति जलाकर भक्तों ने दिवाली पर्व मनाया। नगर के सुप्रसिद्ध श्रीठाकुरबांके बिहारी मंदिर, ठाकुर राधावल्लभ मंदिर, राधा दामोदर मंदिर, राधा गोकुलानंद मंदिर सहित विभिन्न देवालयों में आराध्य का पूजन करने श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा।

ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के दर्शन समय में परिवर्तन
ठाकुर श्रीबांकेबिहारी महाराज मंदिर के दर्शन के समय में 3 नवंबर से बदलाव हो जाएगा। सुबह 8.45 बजे पट खुलेंगे और 8.55 बजे शृंगार आरती होगी। दोपहर 12.55 बजे राजभोग आरती के बाद एक बजे पट बंद होंगे। शाम को 4.30 बजे पट खुलेंगे। 8.25 बजे शयनभोग आरती के बाद 8.30 बजे तक दर्शन होंगे।

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