
सीएम नीतीश ने कहा कि राज्य सरकार लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। हालांकि बिहार का सारण जिला चारों ओर से घिरा हुआ है, क्योंकि गंगा, गंडक और अन्य नदियों के कारण बार- बार बाढ़ की मार झेलता रहा है। इसको देखते हुए बाढ़ नियंत्रण एवं निस्तारण योजनाओं को लेकर विशेष बल दिया गया है।
सारण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 120381.518 लाख रुपये की लागत से शिलान्यास और कार्यारंभ की गई योजनाएं न केवल जिले की तस्वीर बदलने में सहायक साबित होंगी, बल्कि बिहार के विकास मॉडल को भी मजबूत दिलाने का काम करेगी। क्योंकि यह योजनाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, सिंचाई, खेल और ग्रामीण आधारभूत ढांचे को सुदृढ़ कर सारण जिले को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल मानी जाएगी।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सारण जिले को विकास की नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने के संकल्प के साथ गुरुवार को 120381.518 लाख रुपये की लागत से विभिन्न विभागों की महत्वाकांक्षी योजनाओं का शिलान्यास एवं कार्यारंभ किया। हालांकि यह योजनाएं मुख्यमंत्री द्वारा विगत 08 जनवरी 2025 को सारण की प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं से जुड़ी हुई हैं। मुख्य रूप से बाढ़ नियंत्रण एवं निस्तारण, पथ प्रमंडल, भवन प्रमंडल, खेल विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग और ऊर्जा विभाग से संबंधित कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं।
खिलाड़ियों ने भी उम्मीद जताई
मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी ‘प्रगति यात्रा’ के दौरान कहा था कि इस यात्रा का मकसद जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझना और समाधान करना है। सारण जिले में जितनी भी घोषणाएं की गई थीं, आज उनके क्रियान्वयन की शुरुआत हो रही है। यह सरकार की प्रतिबद्धता और संकल्प का प्रमाण है। हालांकि सारण जिला मुख्यालय के लोगों में मुख्यमंत्री की इस पहल को लेकर काफी उत्साह देखा गया। स्थानीय लोगों ने कहा कि बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई से जुड़ी योजनाएं उनके जीवन में नई रोशनी लेकर आएंगी। जबकि विद्यार्थियों और अभिभावकों ने शिक्षा भवनों की स्वीकृति पर खुशी जताई है।
खिलाड़ियों ने भी उम्मीद जताई कि अब उन्हें अपने ही जिले में बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएं मिलने से उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए जिला और राज्य का नाम रोशन करने का मौका मिलेगा। हालांकि मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों और जदयू एवं भाजपा के मंत्री, विधायक और विधान पार्षद की उपस्थिति में स्पष्ट किया कि योजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए। क्योंकि इन सभी कार्यों की निगरानी जिला प्रशासन और संबंधित विभाग द्वारा किया जाएगा। अगर कहीं से भी किसी प्रकार की अनियमितता की शिकायत पाई गई तो संबंधित विभाग के अधिकारियों और संवेदकों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए निरंतर प्रयासरत: सीएम नीतीश
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। हालांकि बिहार का सारण जिला चारों ओर से घिरा हुआ है, क्योंकि गंगा, गंडक और अन्य नदियों के कारण बार- बार बाढ़ की मार झेलता रहा है। इसको देखते हुए बाढ़ नियंत्रण एवं निस्तारण योजनाओं को लेकर विशेष बल दिया गया है। इन योजनाओं से न केवल हजारों परिवारों को सुरक्षा की गारंटी मिलेगी बल्कि कृषि उत्पादन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में काफी सुधार होने की संभावना है।
मुख्यमंत्री द्वारा किए गए शिलान्यास और कार्यारंभ से सारण का समग्र विकास सुनिश्चित होगा। यह केवल आधारभूत संरचना का विस्तार नहीं, बल्कि जिले की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी बदलने का काम करेगी। जिले के एकमा, मशरख, दिघवारा, सदर प्रखंड, अमनौर, सोनपुर, परसा और मकेर प्रखंड में 120381.518 की लागत से पथ प्रमंडल, बाढ़ नियंत्रण एवं निस्तारण, भवन प्रमंडल, खेल विभाग, ग्रामीण कार्य विकास और ऊर्जा विभाग से जुड़ी 27 योजनाओं का शिलान्यास और कार्यारंभ किया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास और कार्यारंभ कार्यक्रम का आयोजन शहर राजपूत उच्च विद्यालय के मैदान में किया गया था। यही से प्रगति यात्रा की योजनाओं का शिलान्यास एवं निरीक्षण किया गया। कार्यक्रम के अंत में जिले के पेंशनधारी लाभुकों, जीविका दीदियों एवं अन्य लाभुकों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित की गई।