
नेपाल के युवाओं के आक्रोश ने देश में राजनीतिक-सामाजिक उथल-पुथल पैदा कर दी है। आक्रोशित जेन-जी (युवाओं) की भीड़ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रियों के घरों को आग लगा दी। इसके अलावा देश की संसद, सुप्रीम कोर्ट और कई सरकारी इमारतों में भी आगजनी की गई। भारत ने बिगड़ते हालात पर चिंता जाहिर की है। इस, बीच नेपाल ने सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को परिचालन की अनुमति दे दी है।
नेपाल संकट के बीच विशेष उड़ानों का संचालन करेगी एअर इंडिया
एअर इंडिया आज और कल दिल्ली से काठमांडू और फिर वापसी के लिए विशेष उड़ानों का संचालन कर रही है। यह व्यवस्था नेपाल में हाल के घटनाक्रम के चलते फंसे हुए यात्रियों की मदद के लिए की गई है। एयरलाइन ने कहा, हमारी नियमित उड़ान सेवाएं भी कल से दोबारा शुरू हो जाएंगी।
एयरलाइन ने कहा, हम सरकार और एजेंसियों का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने यात्रियों के हितमें तेजी से समन्वय कर यह संभव बनाया। यात्रियों से अनुरोध है कि हवाई अड्डे के लिए निकलने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति यहां चेक करें- https://airindia.com/in/en/manage/flight-status.html। अधिक जानकारी या सहायता के लिए हमारे 24×7 कॉल सेंटर से संपर्क करें- 011-69329333 / 011-69329999
चीन में भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी
चीन में भारतीय दूतावास की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया, चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में फंसे भारतीय नागरिकों को नेपाल के रास्ते निजी टूर ऑपरेटरों द्वारा आयोजित कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
आंध्र प्रदेश: 200 लोग फंसे, आपात सेल बनाई गई
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि नेपाल में करीब 200 तेलुगू लोग फंसे हुए हैं। उन्होंने एचआरडी मंत्री नारा लोकेश को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है। आंध्र भवन के आयुक्त अरजा श्रीकांत ने बताया कि नई दिल्ली स्थित आंध्र भवन में तेलुगू भाषी नागरिकों की सहायता के लिए एक आपातकालीन सेल स्थापित की गई है। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने भी पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। कुछ तेलुगू परिवारों को, जिन पर आगजनी का खतरा था, उन्हें पास के गेस्ट हाउस में स्थानांतरित कर दिया गया है।
कर्नाटक: 30 लोग हवाई अड्डे पर फंसे
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने अधिकारियों को नेपाल की राजधानी काठमांडू हवाई अड्डे पर फंसे 30 कन्नड़ भाषी लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि फंसे हुए सभी कन्नड़ भाषी लोग सुरक्षित हैं। राज्य सरकार के मुख्य सचिव और कर्नाटक भवन के रेजिडेंट कमिश्नर फंसे हुए 30 लोगों के संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से बात कर कन्नड़ भाषी लोगों को वापस लाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
नेपाल में कर्नाटक की पर्यटक गौरी के कहा, यहां चारों ओर अराजकता का माहौल है। हिंसा में कई इमारतों में आग लगा दी गई है और गोलियों की आवाज भी सुनाई दे रही हैं। अराजकता के चलते सभी एयरलाइंस ने अपनी सेवाएं रद्द कर दी हैं। यहां लगभग 150 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं।
दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन में बनाई गई हेल्पलाइन
तेलंगाना सरकार ने नई दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन में विशेष हेल्पलाइन बनाई है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के निर्देश पर यह कदम उठाया गया। हालांकि, अभी तक तेलंगाना के लोगों के घायल या लापता होने की खबर नहीं है, लेकिन सरकार एहतियातन कदम उठा रही है। परिवारजन दूतावास और हेल्पलाइन से मदद ले सकते हैं।
गुजरात सरकार ने केंद्र से मांगी मदद
गुजरात सरकार ने नेपाल में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा की घटनाओं के बीच फंसे गुजराती पर्यटकों और छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए राज्य प्रशासन विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क में है। राज्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि केंद्र सरकार ने गुजरात को आश्वासन दिया है कि वहां फंसे सभी भारतीयों की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है।
राजस्थान: पुलिस ने बनाई विशेष सेल
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को नेपाल में हिंसा पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार वहां फंसे राजस्थानियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। मुख्यमंत्री ने भारतीय दूतावास से संपर्क कर हालात की जानकारी ली है। पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा के निर्देश पर राजस्थान पुलिस ने एक विशेष सेल स्थापित की है। यह सेल वहां फंसे लोगों और उनके परिवार की सहायता के लिए चौबीसों घंटे काम करेगी। एसपी गोवर्धन लाल सोकरिया को इस सेल का प्रभारी बनाया गया है। मदद के लिए लोग हेल्पलाइन नंबर 0141-2740832, 0141-2741807 या व्हाट्सएप नंबर 9784942702 पर संपर्क कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बोलीं- घबराएं नहीं,
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार हिंसाग्रस्त नेपाल में फंसे बंगाल के पर्यटकों को अगले कुछ दिनों में वापस लाने के लिए प्रयास कर रही है। जलपाईगुड़ी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए, ममता ने पर्यटकों से न घबराने की अपील की और कहा कि प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है। उन्होंने बताया कि नेपाल में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी किए आपातकालीन नंबर
भारत के विदेश मंत्रालय ने सहायता के लिए आपातकालीन नंबर भी साझा किए हैं। काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास से +977-980 860 2881 (व्हाट्सएप कॉल भी) और +977-981 032 6134 (व्हाट्सएप कॉल भी) पर संपर्क किया जा सकता है।
30 कन्नड़ और 200 तेलुगू लोगों समेत कई फंसे
नेपाल में पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद भी राजनीतिक संकट गहराया हुआ है। भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया बैन के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन हिंसक होने के बाद से नेपाल में कई भारतीय फंसे हुए हैं। इन सबके बीच भारत के कई राज्य अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास कर रहे हैं।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने काठमांडो हवाई अड्डे पर फंसे 30 कन्नड़ भाषी लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। वहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बताया कि लगभग 200 तेलुगू लोग फंसे हुए हैं और उनकी सरकार ने नई दिल्ली के आंध्र भवन में एक आपातकालीन सेल स्थापित की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भारतीय दूतावास से संपर्क कर हालात का जायजा लिया है। दूसरी तरफ, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के पर्यटक दो दिन में वापस लाए जाएंगे। और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी वहां फंसे लोगों को वापस लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। तेलंगाना सरकार ने दिल्ली स्थित तेलंगाना भवन में हेल्पलाइन शुरू की है।