
मौनी अमावस्या की सुबह महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़ जैसी स्थिति हो गई, जिसमें लगभग 30 महिलाएं घायल हो गईं. इस वजह से 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द कर दिया. इस पूरी घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने एक घंटे के अंदर दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की है और कुंभ मेला की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली है. महाकुंभ मेले में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मी इस समय हालात सामान्य करने में जुटे हुए हैं. कुछ जगह पर स्नान वापस शुरू भी हो गया है. पढ़ें ताजा अपडेट…
कुंभ में भगदड़ मचने का कारण?
मेला के लिए विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने बताया, ‘संगम नोज पर बैरियर टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें कुछ लोग घायल हुए हैं और उनका अभी इलाज चल रहा है. घायलों को मेला क्षेत्र में स्थापित अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कई घायलों के रिश्तेदार भी पहुंच गए हैं.’
बचने का कोई मौका नहीं था: चश्मदीद
अस्पताल के बाहर रोते हुए सरोजनी नामक महिला ने बताया, ‘दो बसों में हमारा 60 लोगों का बैच आया है. हम समूह में नौ लोग थे कि अचानक धक्का मुक्की हुई और कई लोग गिर गए. हम फंस गए और भीड़ बेकाबू हो गई. बचने का कोई मौका नहीं था. क्योंकि सभी तरफ से धक्का दिया जा रहा था.
कुंभ में कम होने लगी भीड़
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा, ‘हम देख रहे हैं कि अब भीड़ कम हो रही है, और हम मेला प्रशासन से चर्चा कर रहे हैं. अगर भीड़ कम होगी तो हम ‘स्नान’ करना चाहेंगे. हमने ‘स्नान’ स्थगित कर दिया था. सुबह हम भी कोशिश कर रहे हैं कि स्थिति सामान्य हो जाए और फिर हम मेला प्रशासन से बात करेंगे और फिर ‘स्नान’ करेंगे.