पहलगाम हमले के 96 दिन बाद आतंकी ढेर, कब क्या हुआ? पढ़ें टाइमलाइन

सेना के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर लिडवास इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. कई घंटों तक मुठभेड़ के बाद तीन आतंकी मारे गए. जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ अभियान में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है. पहलगाम आतंकी हमले के 96 दिन बाद बदला लिया गया है. श्रीनगर के लिडवास इलाके में सेना के जवानों ने सोमवार (28 जुलाई) को ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत तीन आतंकियों को ढेर कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, जिन तीन आतंकियों को मारा गया है उसमें सुलेमान, यासिर और अली शामिल है. चौथा आतंकी मूसा अभी भी जिंदा है. मूसा ही पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है. ये आतंकी पाकिस्तान की SSG के पूर्व कमांडो हैं.

आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी

खुफिया सूचना के आधार पर लिडवास इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. कई घंटों तक मुठभेड़ चली. आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है. ‘ऑपरेशन महादेव’ को हाल के समय में घाटी में आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी रणनीतिक सफलता माना जा रहा है. पहलगाम हमले के बाद सेना और अन्य सुरक्षाबलों के जवान आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी मुस्तैदी से जुटे हुए हैं.

कब क्या हुआ?

  • जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था.
  • पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे.
  • पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 25 लोग अलग-अलग राज्यों से घूमने के लिए आए थे जबकि इसमें लोगों को खच्चर की सवारी कराने वाले एक स्थानीय निवासी सैयद आदिल हुसैन शाह की भी जान गई थी.
  • पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा बलों ने 23 अप्रैल को कुछ संदिग्ध आतंकियों की तस्वीरें और स्केच जारी किए थे.
  • इस हमले के बाद देशवासियों में जबरदस्त गुस्सा दिखा था. देश के कई हिस्सों में विरोध-प्रदर्शन हुए थे. कई जगह कैंडल मार्च निकाले गए थे.
  • पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 24 अप्रैल को भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कई बड़े और निर्णायक कदम उठाए थे. इनमें सबसे अहम 1960 के सिंधु जल समझौते को निलंबित करना शामिल था.
  • आतंकी हमले के बाद अटारी-वाघा सीमा पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया था. साथ ही भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया था.
  • ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के कई ठिकाने ध्वस्त
  • भारतीय सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था.
  • ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के अलग-अलग ठिकानों पर किए गए हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे.
  • इसके बाद 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने ज्वाइंट प्रेस ब्रीफिंग की थी.
  • ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी शामिल हुईं थी.
  •  ऑपरेशन सिंदूर के बाद 10 मई को पाकिस्तान ने मिसाइलों, ड्रोन, रॉकेट और अन्य हथियारों जरिए भारत पर भी हमला किया था. दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था. 
  • ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के कई ठिकाने ध्वस्त
  • भारतीय सेना ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था.
  • ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान के अलग-अलग ठिकानों पर किए गए हमले में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे.
  • इसके बाद 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने ज्वाइंट प्रेस ब्रीफिंग की थी.
  • ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी शामिल हुईं थी.
  •  ऑपरेशन सिंदूर के बाद 10 मई को पाकिस्तान ने मिसाइलों, ड्रोन, रॉकेट और अन्य हथियारों जरिए भारत पर भी हमला किया था. दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था. 

Related Articles

Back to top button