
ग्रेटर नोएडा इलाके में पुलिस ने जाल में फंसाकर कम समय में करोड़पति बनाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है.पुलिस ने इसमें 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ग्रेटर नोएडा में आम लोगों को कम समय में करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा ईकोटेक-1 थाना पुलिस ने किया है. इस मामले में पुलिस ने QNET/Vihaan नाम की कथित नेटवर्किंग कंपनी के नाम पर ठगी करने वाले आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से पुलिस ने ऐप्पल कंपनी के 10 लैपटॉप, 13 मोबाइल फोन, 5 टैबलेट, 30 एटीएम कार्ड, चार लग्जरी गाड़ियां, एक स्विफ्ट कार, एक करोड़ रुपये का चेक और लगभग 25 से 30 लाख रुपये मूल्य का अन्य सामान बरामद किया है.
आर्मी कर्मी की शिकायत पर हुई कार्रवाई
वहीं एक पूरी कार्रवाई की शुरुआत एक आर्मी कर्मी की शिकायत से हुई, जो ईकोटेक-1 थाना क्षेत्र में रहते हैं. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें कम निवेश में बड़ा मुनाफा दिलाने और करोड़पति बनाने का लालच देकर QNET/Vihaan कंपनी में निवेश करवाया.
वादा किया गया कि उन्हें एप्पल की घड़ी, लैपटॉप, विदेशी टूर पैकेज और अन्य कीमती गिफ्ट्स मिलेंगे, लेकिन न तो कोई गिफ्ट मिला और न ही मुनाफा. इसके उलट उनसे साढ़े तीन लाख रुपये की ठगी कर ली गई.
अधिकारियों ने क्या बताया?
एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने बताया कि शिकायत मिलते ही एक विशेष टीम गठित कर जांच शुरू की और आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में विधान डागर, कौशिक डागर, गणेश बेरा, तापस धारा (सभी पश्चिम बंगाल निवासी), सतीश शाब (झारखंड), कल्पेश राजू (गुजरात), गुरविंदर सिंह और गुरदीप सिंह (पंजाब) शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, सभी आरोपी पहले आर्मी से वीआरएस ले चुके हैं और उसके बाद इस नेटवर्किंग गिरोह से जुड़े. एडीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार ने बताया कि इस नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी को दुबई में बैठा एक मास्टरमाइंड संचालित करता था.
इस तरह फंसाते थे आरोपी
आरोपी भारत में अलग-अलग शहरों में मीटिंग कर लोगों को अपने जाल में फंसाते और गूगल मीट के माध्यम से दुबई से लाइव मीटिंग करवाकर कंपनी को वैध और प्रभावशाली दिखाते थे.
ग्रेटर नोएडा पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ साइबर और फाइनेंशियल फ्रॉड के मामलों पर करारा प्रहार है, बल्कि आम लोगों के लिए एक चेतावनी भी है कि बिना जांच-पड़ताल के किसी भी स्कीम में निवेश न करें. पुलिस ने कहा है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं और जांच जारी है.