नोएडा पुलिस का ऑपरेशन तलाश शुरू, फर्जी सिम बेचने वालों पर कसा शिकंजा’

सूरजपुर, बिसरख, बादलपुर समेत कई थाना क्षेत्रों में दुकानों की जांच की गई. पुलिस ने दुकानदारों से रोजाना बेची जाने वाली सिम का विवरण मांगा और सत्यापन प्रक्रिया को प्राथमिकता दी. साइबर अपराधों पर नकेल कसने के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने ऑपरेशन तलाश के तहत बड़ी कार्रवाई शुरू की है. शुक्रवार को सेंट्रल नोएडा के विभिन्न थाना क्षेत्रों में सिम कार्ड बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाया गया. इस दौरान फिजिकल वेरिफिकेशन के साथ-साथ प्वाइंट ऑफ सेल (POS) पर सख्त जांच की गई.
तेजी से बढ़ रहे साइबर अपराधों की जड़ है फर्जी सिम कार्ड
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि डिजिटल अरेस्ट, फर्जी निवेश, जासूसी, यूपीआई फ्रॉड, और फर्जी विज्ञापन जैसे कई साइबर अपराधों में फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल हो रहा है. अपराधी सस्ते में फर्जी सिम खरीदकर देशभर में धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं.

पुलिस कमिश्नरेट की कड़ी निगरानी

अपर पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था डॉ. राजीव नारायण मिश्र के निर्देश पर सूरजपुर, बिसरख, बादलपुर समेत कई थाना क्षेत्रों में दुकानों की जांच की गई. पुलिस ने दुकानदारों से रोजाना बेची जाने वाली सिम का विवरण मांगा और सत्यापन प्रक्रिया को प्राथमिकता दी. सेंट्रल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि अभियान का मकसद उन डीलरों व दुकानदारों की पहचान करना है, जो फर्जी या प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड बेचकर साइबर अपराधियों की मदद कर रहे हैं. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

केवाईसी के नाम पर चल रहा बड़ा खेल

पुलिस जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि केवाईसी कराने के बहाने ग्राहक के पते पर कई सिम एक्टिवेट कर दिए जाते हैं. डीलर जानबूझकर पहली बार केवाईसी को फेल दिखाकर दूसरी बार वही प्रक्रिया दोहराते हैं, और फिर उसी नाम-पते पर दूसरा सिम जारी कर देते हैं, जिसकी जानकारी ग्राहक को नहीं होती.

हालिया गिरफ्तारियों से खुला राज़

हाल ही में पुलिस ने निवेश और यूपीआई फ्रॉड में शामिल कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में सामने आया कि अपराधी फर्जी केवाईसी से प्राप्त सिम कार्ड का इस्तेमाल कर लोगों के बैंक खातों में सेंधमारी कर रहे थे. तेजी से बदलते डिजिटल युग में सिम कार्ड का दुरुपयोग साइबर अपराधों का मुख्य स्रोत बन चुका है. पुलिस की यह सख्त कार्रवाई न केवल साइबर सुरक्षा को मजबूत करेगी बल्कि सिम कार्ड की बिक्री प्रणाली में पारदर्शिता भी लाएगी. जनता से अपील है कि वे किसी भी सिम कार्ड को खरीदते समय पूर्ण केवाईसी और दस्तावेजों की जांच अवश्य करें.

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