दमोह नगर पालिका ने गुरुवार को 20 दुकानदारों की दुकानों को सील कर दिया, क्योंकि वे बकाया किराया जमा नहीं कर रहे थे। पहले भी उन्हें नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन दुकानदारों ने इसका पालन नहीं किया। यदि आगे भी राशि जमा नहीं की गई, तो दुकानों को नीलाम किया जाएगा।
दमोह नगर पालिका के राजस्व अमले ने गुरुवार सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए किराया न चुकाने वाले 20 दुकानदारों की दुकानें सील कर दीं। इस कार्रवाई से शहर में हड़कंप मच गया। नगर पालिका ने इन दुकानदारों को लंबे समय से नोटिस जारी कर बकाया राशि जमा करने की चेतावनी दी थी, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
राजस्व टीम ने सबसे पहले सरकारी बस स्टैंड के पास पांच दुकानों को सील किया। इसके बाद टाउन हॉल और मानस भवन में स्थित 15 दुकानों पर ताला लगा दिया गया। नगर पालिका के कर्मचारी लक्ष्मण कसौटिया ने बताया कि इन दुकानदारों को पहले भी नोटिस देकर भुगतान के लिए समय दिया गया था। एक सप्ताह पहले उन्हें अंतिम चेतावनी दी गई थी कि अगर वे बुधवार तक बकाया राशि जमा नहीं करेंगे, तो दुकानें सील कर दी जाएंगी।
दुकानदारों ने किराया चुकाने के बजाय मोहलत मांगी, लेकिन नगर पालिका ने इस बार सख्त कदम उठाने का फैसला किया। अब यदि बकाया राशि नहीं जमा की जाती है, तो इन दुकानों को निरस्त कर नीलाम करने की कार्रवाई की जाएगी।
नगर पालिका की इस कार्रवाई का उद्देश्य राजस्व बढ़ाने के साथ-साथ प्रशासनिक सख्ती का संदेश देना है। नगर पालिका के अधिकारियों ने कहा कि शहर में अन्य दुकानदारों को भी समय पर किराया जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।