धर्मांतरण की ‘दि छांगुर स्टोरी’: आलीशान कोठी पर गरजा बुलडोजर, कटर से ताला काटकर घर में घुसी टीम… किया ध्वस्त

धर्मांतरण के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की कोठी पर सुबह-सुबह बुलडोजर गरजा। उसका आलीशान घर ध्वस्त किया जा रहा है। प्रशासन को अंदर आने से रोकने के लिए गेट पर ताला लगाया गया था। पुलिस गैस कटर से ताला काटकर अंदर दाखिल हुई। इसके बाद कार्रवाई शुरू की गई। 

यूपी के बलरामपुर में धर्मांतरण व राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर की मधुपुर स्थित आलीशान कोठी पर मंगलवार को बुलडोजर गरजा। सुबह 10.30 बजे प्रशासनिक टीम ने इसे गिराने की कार्रवाई की शुरू की। 

इससे पहले सुबह 9.00 बजे भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी छांगुर के आवास पहुंचे। प्रक्रिया पूरी करने के बाद करीब 10 बजे दो बुलडोजर बुलाए गए। लेकिन, मकान का गेट नहीं खुला। पुलिस ने गेट काटने के लिए गैस कटर मंगाया। इसके बाद गेट का लाक काटकर टीम और बुलडोजर घर के अंदर पहुंचे।

घर में रह रहे लोगों को बाहर निकल जाने के निर्देश

सीओ उतरौला राघवेंद्र सिंह ने घर का निरीक्षण किया। बायें तरफ से निर्माण ढहाने की कार्रवाई शुरू की गई। गेट के दायें तरफ बने दो मंजिला इमारत में कुछ लोग रह रहे थे। उन्हें घर से बाहर निकलने को कहा गया है। बुलडोजर कार्रवाई शुरू होने से मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। देखने वालों का तांता लगा रहा।

इससे पहले सोमवार शाम करीब 6:30 बजे तक छांगुर की कोठी पर पुलिस बल के साथ पहुंची प्रशासन की टीम ने गेट पर बेदखली की नोटिस चस्पा किया। प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह ने बताया कि बेदखली के नोटिस के बाद मधपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। तहसीलदार ने बताया कि सात दिनों में अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो प्रशासन अपने स्तर से अतिक्रमण को गिरवाएगा।

नोटिस चस्पा करने पर विरोध

प्रशासन की कार्रवाई के बाद छांगुर की आलीशन कोठी में रह रहे लोगों ने आक्रोश जताया। छांगुर की बहू साबिरा पहली बार बाहर आई और प्रशासन पर आरोप लगाया कि पुलिस की कार्रवाई से बच्चे डरे हैं। मामले में प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि आरोप मनगढ़ंत है।

अवैध धर्मांतरण के खिलाफ फूटा सिख और सिंधी समाज का गुस्सा

प्रदेश में गैर-मुस्लिम लड़कियों को बहला फुसलाकर कराए जा रहे धर्मांतरण के खिलाफ सिख व सिंधी समाज के लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया है। समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस तरह का कुत्सित प्रयास करने वालों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने धर्मांतरण की साजिश रचने वाले अपराधियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है।

यूएई के नेटवर्क को खंगाल रही एटीएस

छांगुर बाबा की करीबी नीतू नवीन रोहरा के यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के नेटवर्क को एटीएस खंगाल रही है। दरअसल, सातवीं कक्षा पास नीतू ने 2014 से 2019 तक 19 बार यूएई की यात्रा की, जिसकी वजह का अभी तक खुलासा नहीं हुआ है। इसी तरह नवीन घनश्याम रोहरा ने भी 2016 से 2020 के बीच 19 बार यूएई की यात्रा की। पति-पत्नी होने के बावजूद दोनों केवल 8 अप्रैल, 2017 को एक बार साथ में गए थे, लेकिन वापसी अलग-अलग की थी। सूत्रों की मानें तो छांगुर बाबा के गिरोह का नेटवर्क यूएई में भी है।

दुबई सरकार ने प्रमाणित भी किया था

नवीन घनश्याम रोहरा, नीतू नवीन रोहरा और समाले नवीन रोहरा का धर्मांतरण 16 नवंबर, 2015 को दुबई के अल फारुख उमर बिन कताब सेंटर में हुआ था।  इसे दुबई सरकार ने प्रमाणित भी किया था। हालांकि उनके पासपोर्ट की जांच में दुबई की यात्रा करने की पुष्टि नहीं हुई, जिससे आशंका जताई जा रही है कि छांगुर बाबा के गिरोह के गुर्गों ने अलग नाम से भी पासपोर्ट बनवाए हुए हैं।अधिकारियों को शक है कि गिरोह खाड़ी देशों के संगठनों के इशारे पर धर्मांतरण का रैकेट चला रहा था। उसका नेटवर्क यूपी के अलावा कई अन्य राज्यों में फैला होने के प्रमाण भी मिले हैं।

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