
उत्तराखंड का मौसम 7 जुलाई 2025: उत्तराखंड में पर्वतीय क्षेत्र में आज भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है, जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश के कारण भूस्खलन भी हो सकता है। भूस्खलन की आशंका को देखते हुए राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने सतर्कता बरतने के लिए कहा है।
देहरादून सहित आसपास के क्षेत्रों में बादल मंडरा रहे हैं और कहीं-कहीं बौछारों का दौर भी जारी है। रविवार को भी देहरादून के अधिकांश हिस्सों में बादल छाये रहे लेकिन बारिश नहीं हुई। इसके कारण उमसभरी गर्मी ने बेहाल कर दिया।वही प्रदेश में बारिश के चलते हालात जनजीवन अस्तव्यस्त है। बारिश के साथ मलबा आने के कारण प्रदेश में ऋषिकेश यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 67 सड़के बंद है। रुद्रप्रयाग जनपद में चार ग्रामीण सड़क, उत्तरकाशी में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 11 ग्रामीण सड़कें, चमोली में एक राज्य मार्ग सहित 21 ग्रामीण सड़कें, नैनीताल में दो, पिथौरागढ़ में 6 ग्रामीण, अल्मोड़ा में एक राज्य मार्ग और एक ग्रामीण, बागेश्वर जिले में 11 ग्रामीण, पौड़ी गढ़वाल में 3 ग्रामीण, देहरादून में दो ग्रामीण और टिहरी जिले में तीन ग्रामीण सड़कें मलबा आने के कारण बंद हैं।
यमुनोत्री हाइवे पर ओजरी के पास एनएच विभाग ने 24 मीटर लंबे स्पान पर बैली ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। यदि मौसम साफ रहा तो पुल का काम तेजी से किया जाएगा। वहीं स्यानाचट्टी में यमुना नदी पर बनी झील के मुहाने से मलबा हटाने का काम तेजी से शुरू कर दिया है।
दिल्ली यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बोसान बैंड के पास शनिवार की सुबह मलबा और पत्थर गिर गया था। जिसे लोग निर्माण विभाग की टीम ने तत्काल साफ कर यातायात सुचारु कर दिया था लेकिन उसके कुछ देर बाद फिर से पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरना शुरू हो गया था।
जिसके बाद से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है। पहाड़ से रुक-रुक कर मलबा गिरने के कारण रास्ता साफ करने में लोक निर्माण विभाग की टीम को दिक्कत आ रही है। पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने का क्रम रोकने के बाद ही काम किया जा सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने देहरादून सहित चार जिलों के लिए भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अन्य जनपदों में भी गरज-चमक के साथ तीव्र बारिश के दौर हो सकते हैं।