
दिल्ली में मुख्यमंत्री खेल प्रोत्साहन योजना के तहत ऐतिहासिक फैसले लिए गए. ओलंपिक और पैरालंपिक गोल्ड मेडल विजेताओं को नकद पुरस्कार राशि के तहत अब सात करोड़ रुपये दिए जाएंगे.ओलंपिक और पैरालंपिक मेडल विजेताओं के लिए खुशखबरी है. दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के ओलंपिक और पैरालंपिक पदक विजेताओं के लिए नकद पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी की है. यह जानकारी मंगलवार (22 जुलाई) को मंत्री आशीष सूद ने दी. इसके साथ ही सूद ने मेधावी छात्रों को मुफ्त लैपटॉप प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री डिजिटल योजना को मंजूरी देने की भी घोषणा की.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में दिल्ली सचिवालय में हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसले लिये गये. सूद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘आज, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक हुई. इसमें दिल्ली के विकास के साथ छात्रों और युवाओं के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए.’’
नकद पुरस्कार राशि में कितना हुआ इजाफा?
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया, ‘‘मुख्यमंत्री खेल प्रोत्साहन योजना के तहत ऐतिहासिक फैसले लिए गए. ओलंपिक और पैरालंपिक पदक विजेताओं को पहले तीन करोड़ रुपये, दो करोड़ रुपये और एक करोड़ रुपये दिए जाते थे लेकिन खेल पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करने के लिए अब ओलंपिक और पैरालंपिक गोल्ड मेडल विजेताओं को सात करोड़ रुपये, सिल्वर मेडल विजेताओं को 5 करोड़ रुपये और ब्रांज मेडल विजेताओं को तीन करोड़ रुपये दिए जाएंगे.’’
सिल्वर मेडल विजेताओं को ग्रुप ए की नौकरी मिलेगी
मंत्री आशीष सूद ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार में गोल्ड और सिल्वर मेडल विजेताओं को ग्रुप ए की नौकरियां दी जाएंगी, जबकि ब्रांज मेडल विजेताओं को ग्रुप बी की नौकरियां दी जाएंगी.
1,200 मेधावी छात्रों को लैपटॉप
सूद ने यह भी घोषणा की कि मुख्यमंत्री डिजिटल योजना के तहत युवाओं के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए छात्रों को मुफ्त लैपटॉप प्रदान किए जाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘अच्छे अंकों के साथ दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले 1,200 मेधावी छात्रों को लैपटॉप दिए जाएंगे. इससे वंचित पृष्ठभूमि के छात्रों को लाभ होगा.’’