
दिल्ली बीजेपी कार्यालय में राष्ट्रीय समरसता सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें सीएम रेखा गुप्ता, पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र और यूपी की मंत्री बेबी रानी मौर्य ने हिस्सा लिया. बीजेपी दिल्ली प्रदेश कार्यालय में एक राष्ट्रीय समरसता सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और अध्यक्षता पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र ने की. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की मंत्री बेबी रानी मौर्य भी विशेष रूप से उपस्थित रहीं.
कार्यक्रम की शुरुआत भगवान परशुराम की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई. इसके बाद विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने समाज के प्रतीक चिन्ह मुख्य अतिथि और अन्य विशिष्ट अतिथियों को भेंट किए. कार्यक्रम में पूर्व मंत्री राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया सहित कई प्रमुख नेता और समाजसेवी उपस्थित रहे.
इस सम्मेलन का आयोजन भगवान परशुराम सेवा संस्थान के तहत संचालित सामाजिक चेतना मंच द्वारा किया गया. इस मंच से जुड़े भारत के 22 राज्यों से आए 36 जातीय संगठनों के पदाधिकारी भी इस सम्मेलन में शामिल हुए.
दिल्लीवालों के विश्वास को कायम रखेंगे- रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “दिल्ली की जनता ने 27 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद बीजेपी को मौका दिया है. हम इस भरोसे को कायम रखेंगे और ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास’ के मंत्र पर चलते हुए दिल्ली को एक बार फिर दिलवालों की दिल्ली बनाएंगे.”
रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि दिल्ली की स्थिति को बिगाड़ने वाली पूर्ववर्ती सरकारों के कारण दिल्ली विकास की दौड़ में पीछे रह गई थी. अब बीजेपी सरकार इसे फिर से आगे ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. उन्होंने एकता, सामाजिक समरसता और राष्ट्रहित में मिलकर कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया.
भारत को एक मजबूत और समरस राष्ट्र बनाया जाए- अरुण दीक्षित
सम्मेलन के संयोजक और सामाजिक चेतना मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण दीक्षित ने संगठन की कार्यप्रणाली और उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका संगठन आज देश के 28 राज्यों में जनपद स्तर तक कार्यरत है. उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि सभी धर्मों, पंथों और जातियों को एक धागे में पिरोकर भारत को एक मजबूत और समरस राष्ट्र बनाया जाए. हमारा संगठन एक संयुक्त परिवार की तरह है, जिसमें विविधता में एकता की भावना है.” उन्होंने बताया कि यह सम्मेलन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया है और इसका उद्देश्य देश को यह संदेश देना है कि बीजेपी एक राष्ट्रवादी पार्टी है, जो वास्तव में सभी को साथ लेकर चलने का काम करती है.