दिल्ली फ्यूल नीति: पैनिक में आए लोगों ने सस्ते में बेच दी लग्जरी गाड़ियां, अब सरकार ने वापस लिया फैसला

 दिल्ली सरकार ने राजधानी में 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों को ईंधन नहीं देने के फैसले को महज दो दिन में वापस ले लिया है. आइए इसकी डिटेल जान लेते हैं. दिल्ली में 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों को जब्त किए जाने को लेकर कार के मालिक काफी परेशान थे, लेकिन अब सरकार ने इस फैसले को वापस ले लिया है. ऐसे में दिल्ली के बाहर के लोगों के लिए सस्ते में लग्जरी गाड़ी खरीदना  एक सुनहरा मौका बन गया था.दिल्ली में सेकेंड हैंड कारों का कारोबार करने वालों के पास देश के अलग-अलग इलाकों से कॉल्स आने लगीं.

लग्जरी कार खरीदने वाले किसी भी तरह अपनी गाड़ी निकालना चाह रहे थे, जिसके चलते उन्होंने अपनी गाड़ियों को सस्ती कीमत पर बेच दिया. दिल्ली का करोल बाग सेकेंड हैंड गाड़ियों की खरीद बिक्री के लिए मशहूर है, जहां लग्जरी और नॉर्मल गाड़ियां बिकती हैं. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां 40 साल से कारोबार करने वाले बताते हैं कि इस बिजनेस में उनकी तीसरी पीढ़ी है, लेकिन दिल्ली वालों में इतना पैनिक, इतना डर कभी नहीं देखा.

मर्सिडीज जैसी लग्जरी कार का ये हाल

कारोबारी ने ये भी बताया कि चाहे आम गाड़ियां हो या फिर लग्जरी गाड़ियां हों, जिनकी मियाद पूरी होने वाली है. कार के मालिक इन्हें बेचने के लिए कुछ भी कर रहे हैं. गाड़ी के मालिक इस वक्त अपनी गाड़ी जल्दी-जल्दी बेच रहे हैं, जिनमें काफी लग्जरी कारों के मॉडल शामिल हैं.

गाड़ी बेचने वाले लोगों का कहना है कि कार का जितना दाम देना है, दे दो क्योंकि कुछ दिनों बाद तो ये कबाड़ हो जाएगी. इनमें से एक गाड़ी मर्सिडीज GLS है, डेढ़ करोड़ की इस गाड़ी की कीमत सिर्फ 12-13 लाख रह गई है.

हालांकि दिल्ली सरकार ने राजधानी में 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों को ईंधन नहीं देने के फैसले को महज दो दिन में वापस ले लिया है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने माना कि पॉलिसी लागू करने में तकनीकी खामियां सामने आईं, जिसके बाद ये फैसला लिया गया. 

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