
भोपाल में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और मोबाइल ऐप का लोकार्पण किया. सीएम ने कहा कि यह भारतीय संस्कृति, विज्ञान और परंपरा का गौरवपूर्ण प्रतीक है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री निवास पर विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का अनावरण और उसके मोबाइल ऐप का लोकार्पण किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारतवर्ष ने अपने ज्ञान से सम्पूर्ण ब्रह्मांड को अलौकिक किया है. वैदिक कालगणना और भारतीय संस्कृति सिर्फ परम्परा नहीं बल्कि विज्ञान और प्रकृति का अद्भुत संगम है. इसी गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए यह वैदिक घड़ी बनाई गई है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए धरोहर साबित होगी.
मुख्यमंत्री निवास पर कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई. इससे पहले सीएम मोहन यादव ने नवनिर्मित द्वार पर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच वैदिक घड़ी का अनावरण किया.
शौर्य स्मारक से निकली ‘भारत का समय-पृथ्वी का समय’ रैली भी मुख्यमंत्री निवास पहुंची. रैली में शामिल युवाओं का मुख्यमंत्री ने स्वागत किया और उनसे वैदिक समय की अहमियत साझा की.
वैदिक घड़ी और ऐप का लोकार्पण
कार्यक्रम में विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया. मुख्यमंत्री ने खुद युवाओं से ऐप डाउनलोड कराया और इसके इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया. इस ऐप में महाभारतकाल से लेकर सात हजार साल से अधिक की पंचांग और तिथियों की जानकारी दी गई है.
ऐप की सबसे खास बात यह है कि इसमें सूर्योदय-सूर्यास्त, 30 मुहूर्त, मौसम की स्थिति, नक्षत्र-योग-करण की जानकारी के साथ-साथ अलार्म की सुविधा भी है. यह ऐप 189 से ज्यादा भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे यह वैश्विक स्तर पर भारतीय परंपरा का प्रचार करेगा.
सीएम यादव ने कहा कि हमारी संस्कृति का सबसे बड़ा सौभाग्य है कि व्रत और त्योहार अंग्रेजी कैलेंडर से नहीं बल्कि ऋतुओं और खगोलीय घटनाओं के आधार पर तय होते हैं. सावन, भादो, कार्तिक जैसे महीनों का महत्व हर भारतीय अनुभव करता है.
उन्होंने बताया कि अमावस्या और पूर्णिमा का असर समुद्र पर ज्वार-भाटा से दिखता है और यही प्रभाव मानव शरीर पर भी पड़ता है. यही कारण है कि मानसिक चिकित्सालयों को इन तिथियों पर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश होते हैं.
मुख्यमंत्री ने पंचांग को भारतीय कालगणना की शुद्धता और सटीकता का सबसे बड़ा प्रमाण बताया. उन्होंने कहा कि आज भी पंचांग विद्वान सूर्य-चंद्र ग्रहण, त्योहार और व्रत की सटीक भविष्यवाणी करते हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि भारत का खगोलीय केंद्र उज्जैन है और वहीं से सूर्यगति की गणना की परंपरा चली आ रही है.
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना
सीएम यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि वे दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. 2014 में उनके प्रयासों से योग को यूनेस्को की मान्यता मिली. आज भारत का ज्ञान और कौशल केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए काम आ रहा है.
उन्होंने कहा- “हम आजादी के अमृतकाल में हैं और अब पश्चिम नहीं, पूर्व का समय आया है.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन की वजह से ही विक्रमादित्य काल को याद किया जाता है और आज प्रधानमंत्री मोदी उसी आदर्श पर देश का नेतृत्व कर रहे हैं. खेल और युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि जो राष्ट्र अपने अतीत और संस्कृति को आत्मसात करता है, उसका भविष्य सुरक्षित रहता है. उन्होंने मुख्यमंत्री की पहल को सराहनीय और वंदनीय बताया.
इंवेस्टर सम्मेलन में होंगे शामिल
कार्यक्रम के अंत में सीएम यादव ने बताया कि वे 3 सितंबर को दिल्ली में होने वाले “इन्वेस्टमेंट अपॉर्च्युनिटीज इन पीएम मित्रा पार्क” इंटरैक्टिव सेशन में शामिल होंगे.
इस मौके पर केंद्रीय टेक्सटाइल मंत्री गिरीराज सिंह भी मौजूद रहेंगे. सेशन में टेक्सटाइल सेक्टर के निवेशकों और नीति-निर्माताओं के साथ मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों पर चर्चा होगी. सीएम यादव निवेशकों को प्रदेश में उपलब्ध अधोसंरचना, नीतिगत सहयोग और रोजगार संभावनाओं की जानकारी देंगे.