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अफ्रीकी देश हैती इस वक्त सशस्त्र गिरोहों से खतरे में है। संयुक्त राष्ट्र ने चेताया है कि यदि हैती को जल्द अंतरराष्ट्रीय मदद नहीं पहुंची तो गिरोह उनकी राजधानी पर कब्जा कर सकता है।
गुटरेस ने कहा कि गिरोहों की हिंसा को रोकने का प्रयास कर रहे अनेक देशों के पुलिस बल को अतिरिक्त अधिकारी या अतिरिक्त सहायता प्रदान करने में यदि और देरी हुई तो ‘‘राष्ट्रीय सुरक्षा संस्थाओं के भयावह रूप से ध्वस्त होने का खतरा है।’’ उन्होंने कहा कि इससे गिरोहों को पूरे इलाके पर कब्जा करने का मौका मिल सकता है और पूरे क्षेत्र में अराजकता फैल जाएगी। उन्होंने सुरक्षा परिषद से कहा, ‘‘ हमें इस तरह के हालात को रोकने के लिए वह सब कुछ अति शीघ्र करना चाहिए जो हम कर सकते हैं।’’
हैती में हिंसा को काबू करना जरूरी
हैती में मौजूद बहुराष्ट्रीय पुलिस बल में सबसे अधिक कर्मी केन्या के हैं। सप्ताहांत में 217 अतिरिक्त अधिकारी वहां पहुंचे है, जिससे केन्या के पुलिस बल की संख्या 600 से अधिक हो गई, हालांकि देश के राष्ट्रपति ने वहां 1,000 अधिकारियों को तैनात करने की बात कही थी। इनके अलावा ग्वाटेमाला से 150 और सल्वाडोर के आठ सैनिकों की एक टीम भी पहुंच गई है लेकिन फिर भी यह संख्या हिंसा को काबू करने के लिए जरूरी 2,500 अधिकारियों की संख्या से काफी कम है। वर्ष 2021 में राष्ट्रपति जोवेनेल मोइसे की हत्या के बाद से हैती में गिरोह बेहद ताकतवर हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने चेतावनी दी है कि अफ्रीकी देश हैती को यदि अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता नहीं दी गई तो वहां सक्रिय गिरोह देश की राजधानी पर कब्जा कर सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने हैती में बिगड़ते हालात पर जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही। इसके बाद से हड़कंप मच गया है। बता दें कि यह रिपोर्ट ऐसे वक्त में जारी की गई जब हैती के हालात पर सुरक्षा परिषद की एक बैठक भी हो रही है।
हैती में 2024 में हुई थी 5600 से ज्यादा लोगों की हत्या
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार पिछले साल हैती में 5,600 से ज़्यादा लोगों की हत्या की गई। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के अनुसार 2023 की तुलना में हत्याओं की संख्या में 20 प्रतिशत से ज़्यादा की वृद्धि हुई है। गुतारेस हैती में संयुक्त राष्ट्र की भविष्य की भूमिका के लिए विकल्प तैयार कर रहे हैं। वहीं हैती के विदेश मंत्री जीन-विक्टर हार्वेल जीन बैप्टिस्ट ने परिषद को बताया कि संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन बहुत अहम हैं।