जयपुर हादसे में युवती सहित तीन और लोगों ने बुधवार को सवाई मान सिंह अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसी के साथ पिछले चार दिनों में मरने वालों की संख्या 18 हो गई है।
बुधवार सुबह करीब चार बजे प्रतापगढ़ (राजस्थान) निवासी विजेता, सुबह करीब साढ़े नौ बजे पावटा निवासी विजेंद्र और दोपहर करीब एक बजे बंशीलाल की मौत हो गई। गंभीर रूप से झुलसे 15 मरीजों का अभी इलाज चल रहा है। प्लास्टिक सर्जन डॉ. राकेश जैन ने बताया कि एक मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया है।
20 दिसंबर को हुआ था हादसा
बता दें कि जयपुर के अजमेर रोड पर भांकरोटा में 20 दिसंबर को एलपीजी टैंकर और कंटेनर की टक्कर में गैस लीक करने व आग भड़कने से चार लोग मौके पर ही जिंदा जल गए थे। आठ लोगों ने उसी दिन सवाई मानसिंह अस्पताल में दम तोड़ा था। एक मौत जयपुरिया अस्पताल में हुई थी। मंगलवार को दो लोगों ने लोगों ने दम तोड़ा। इनमें एटा निवासी नरेश बाबू और नूंह निवासी यूसुफ शामिल थे।
गैस टैंकर की ट्रक से टक्कर
जानकारी दें कि गत 20 दिसंबर को जयपुर में सुबह जयपुर-अजमेर हाईवे पर भांकरोटा इलाके में एलपीजी गैस से भरे टैंकर की यू टर्न लेने के दौरान पीछे से आ रहे ट्रक से टक्कर हो गई थी। हादसा सुबह करीब 6 बजे दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास हुआ था। इस हादसे में कई लोग मौके पर ही आग में झुलस कर मौत की गोद में समा गए थे। वहीं, कई गंभीर रूप से झुलसे लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। अब मृतकों का आंकड़ा 18 पहुंच गया है।
चालक ने किसी तरीके से बचा ली थी जान
वर्तमान में 15 लोगों का उपचार अस्पताल में चल रहा है। बताया जा रहा है कि इनमें कई लोगों की हालत काफी गंभीर है। वहीं, इस हादसे को लेकर एक गौर करने वाली बात पर चर्चा इस समय की जा रही है। दरअसल, जिस एलपीजी टैंकर में ब्लास्ट हुआ, उसका चालक जिंदा है। जिसकी पहचान मथुरा निवासी जयवीर के रूप में की है। बताया गया कि हादसे के बाद उसने अपना मोबईल बंद कर लिया था। पिछले दिनों जयपुर पुलिस ने उसको इस घटना के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया था।