
सीएम भजनलाल ने श्री परशुराम ज्ञानपीठ की सराहना करते हुए कहा कि यह सेंटर गरीब और प्रतिभावान युवाओं को अवसर प्रदान करेगा और यह केवल रिसर्च ही नहीं बल्कि ज्ञान व संस्कृति का नया केंद्र बनेगा।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को मानसरोवर स्थित विप्र फाउंडेशन द्वारा निर्मित श्री परशुराम ज्ञानपीठ सेंटर फॉर एक्सीलेंस एंड रिसर्च का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य सरकार के विजन और संकल्प पत्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सरकार ने प्राथमिकताओं पर तेजी से काम शुरू कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में पानी की समस्या दूर करने के लिए ईआरसीपी, यमुना जल समझौता और देवास परियोजना जैसी योजनाओं पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरी बड़ी प्राथमिकता बिजली है, जिसके तहत किसानों को दिन में भी बिजली उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है। शर्मा ने दावा किया कि 2027 तक किसान न केवल अन्नदाता रहेंगे बल्कि ‘बिजलीदाता’ भी बनेंगे और प्रदेश बिजली बेचने वाला राज्य बनेगा।
युवाओं को लेकर उन्होंने कहा कि उनके शासनकाल में एक भी पेपर लीक नहीं होगा। जो युवा पहले इस समस्या से प्रभावित हुए हैं, उन्हें निराश नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने श्री परशुराम ज्ञानपीठ की सराहना करते हुए कहा कि यह सेंटर गरीब और प्रतिभावान युवाओं को अवसर प्रदान करेगा और यह केवल रिसर्च ही नहीं बल्कि ज्ञान व संस्कृति का नया केंद्र बनेगा।
मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि वे जरूरतमंदों को सरकारी योजनाओं से जोड़ने में सहयोग करें। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब तक 11.25 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। गौ संरक्षण के लिए गौशालाओं में अनुदान राशि भी बढ़ाई गई है।