
यूपी के सोनभद्र जिले में एक बच्ची की दर्दनाक तरीके से मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक परिजनों ने छोला बनाने के लिए मटर को गर्म पानी में डाला था। इस बीच खेलते डेढ़ साल की बच्ची गई और गर्म पानी के भगोने में गिर गई। खौलते पानी में गिरने से बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई। आनन-फानन में बच्ची को अस्पताल लेकर जाया गया, लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां इलाज के दौरान उसी दिन बच्ची की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उसी परिवार में दो साल पहले एक अन्य बच्ची की भी गर्म दाल गिरने से मौत हो चुकी है।
गोलगप्पे-चाट का ठेला लगाता था पिता
पुलिस ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से मूलरूप से झांसी के निवासी शैलेन्द्र दुद्धी बाजार में गोलगप्पे और चाट आदि का ठेला लगाता है। बीते शुक्रवार को सुबह करीब 9 बजे हर दिन की तरह वह भगोने में छोला उबाल रहा था। पुलिस ने बताया कि भगोना आग पर चढ़ाने के बाद शैलेन्द्र किसी और काम में व्यस्त हो गया था। इसी बीच उसकी डेढ़ साल की बच्ची प्रिया खेलते-खेलते गर्म भगोने के पास चली गई और उसी में गिर गई। गर्म पानी में गिरने की वजह से बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई, जिसके बाद परिजन उसे लेकर आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए।
इलाज के दौरान हुई बच्ची की मौत
सामुदायिक स्वास्थ्य में में प्राथमिक उपचार के बा डॉक्टरों ने बच्ची को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस ने बताया कि जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसी दिन बच्ची की मौत हो गई। शैलेन्द्र ने अगले दिन कनहर नदी के किनारे बच्ची को दफना कर उसकी अंत्येष्टि कर दी। मृतक बच्ची के पिता शैलेन्द्र ने बताया कि दो साल पहले भी उसकी एक बड़ी बच्ची सौम्या की भी इसी तरह से मौत हो गई थी। वह भी दो साल की थी, जब गर्म दाल गिरने से उसकी मौत हो गई थी। दुद्धी थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि परिजनों द्वारा घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी गई, लेकिन जानकारी मिलने पर जांच में यह दुर्घटना साबित हुई।