आयोग का कहना है कि ग्रुप सी के सभी पदों के रिजल्ट सामूहिक रूप से संसाधित किए जाएंगे। अलग-अलग पदों के लिए कोई अलग रिजल्ट संसाधित नहीं किया जाएगा। एक उम्मीदवार जिसे विभिन्न पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है, उसे योग्यता और वरीयता क्रम के आधार पर केवल एक पद के लिए चुना जाएगा।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) को ग्रुप-सी की लंबित 24 हजार से अधिक भर्तियों का परिणाम जारी करने को लेकर बेशक चुनाव आयोग की अनुमति नहीं मिली हो, लेकिन आयोग अपनी तैयारियां में जुटा है।
अब आयोग ने अभ्यर्थियों के लिए वरीयता पोर्टल खोल दिया है, जिस पर अभ्यर्थी ग्रुप-सी के अपने मनपसंद पदों को भर सकेंगे। 2 अक्तूबर 2024 रात 11:59 बजे तक उम्मीदवार अपनी वरीयता दर्ज करवा सकते हैं। 2 अक्टूबर के बाद किसी भी तरह से वरीयता दर्ज नहीं की जा सकेगी।
मेरिट के आधार पर जो भी अभ्यर्थी उसके लिए योग्य होगा, उसकी नियुक्ति उन्हीं पदों पर कराई जाएगी। इस संबंध में आयोग ने नोटिस जारी किया है। वरीयता के लिए भौतिक रूप से किसी भी प्रकार के कोई भी पत्र मान्य नहीं होंगे। केवल पोर्टल के माध्यम से भरी गए वरीयता ही मान्य होंगे। पदों की वरीयता वही अभ्यर्थी भर सकेंगे, जिनको लिखित परीक्षा के लिए शाॅर्टलिस्ट किया गया था।
योग्यता-वरीयता के आधार पर होगी नियुक्ति
आयोग का कहना है कि ग्रुप सी के सभी पदों के रिजल्ट सामूहिक रूप से संसाधित किए जाएंगे। अलग-अलग पदों के लिए कोई अलग रिजल्ट संसाधित नहीं किया जाएगा। एक उम्मीदवार जिसे विभिन्न पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है, उसे योग्यता और वरीयता क्रम के आधार पर केवल एक पद के लिए चुना जाएगा। उम्मीदवारों का चयन पदों की कुल संख्या के बराबर, उम्मीदवार द्वारा प्रस्तुत योग्यता और वरीयता क्रम के आधार पर किया जाएगा। साथ ही सभी विभागों में सभी पदों के लिए अभ्यर्थियों की ज्वाइनिंग सामूहिक रूप से आयोजित की जाएगी।
24 हजार से अधिक पदों का परिणाम है लंबित
ग्रुप-सी के 24 हजार से अधिक पदों का परिणाम लंबित है। एचएसएससी इन भर्तियों का परिणाम जारी कराने को लेकर चुनाव आयोग से अनुमति मांग चुका है, लेकिन अनुमति नहीं मिली। इसके बाद एचएसएससी ने हरियाणा के मुख्य सचिव को पत्र लिखा और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए परिणाम जारी कराने की अपील की थी। हालांकि, अभी तक मुख्य सचिव की ओर से इस संबंध में कुछ भी निर्देश नहीं मिला है। बावजूद इसके एचएसएससी पूरी तैयारी में हैं।
यदि कोई पद रिक्त रह जाता हैं तो उसका डाटा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पास उपलब्ध होगा, जिससे भविष्य में पुन: विज्ञापन में आसानी होगी। उम्मीदवारों द्वारा इस पोर्टल के माध्यम से जो वरीयता दर्ज करवाई जाएगी, केवल वही मान्य होगी। – हिम्मत सिंह, चेयरमैन, एचएसएससी।