गोलियों से गूंज उठा रोहतक का गांव रिटौली, गैंगस्टर अंकित उर्फ बाबा के चाचा की हत्या

हरियाणा के रोहतक के गांव रिटौली रविवार सुबह एक बार फिर गोलियों से थर्रा उठा। जेल में बंद गैंगस्टर अंकित उर्फ बाबा के परिवार में लगते चाचा अनिल की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वह घर से सुबह बाइक पर सवार होकर खेत में जा रहा था। वारदात सुबह सात बजे रोहतक-बेरी रोड पर हुई। भारी संख्या में पुलिस बल गांव में पहुंच गया है। एसपी नरेंद्र बिजारणिया भी गांव में जा सकते हैं।

बेरी रोड स्थित रिटौली गांव में छह साल से खूनी रंजिश चल रही है। एक गैंग 2019 से फरार हिमांशु उर्फ भाऊ तो दूसरी दो सगे भाईयों अंकित उर्फ बाबा व सन्नी चला रहे हैं। अंकित व सन्नी जहां जेल में बंद हैं, जबकि हिमांशु छह साल से फरार है।

पुलिस रिकार्ड में वह विदेश में बैठकर गैंग चला रहा है। मार्च 2022 में गांव में एक सप्ताह में तीन हत्याएं हुई थी। अब चौथी वारदात हुई है। बताया जा रहा है कि अंकित का परिवार में लगता चाचा अनिल रविवार सुबह सात बजे गांव से खेत में जा रहा था। रास्ते में बेरी रोड पर अंधाधुंध गोलियां चलाकर हत्या कर दी गई। हमलावर कार या बाइक में सवार होकर आए, यह पुलिस पता लगा रही है। वारदात के पीछे भाऊ गैंग का हाथ है या नहीं, इसकी पुष्टि परिजनों के बयान दर्ज होने के बाद हो सकेगी। फिलहाल भारी संख्या में गांव व घटनास्थल पर पुलिस तैनात है। रोहतक-बेरी रोड को कुछ समय के लिए आवागमन के लिए भी बंद कर दिया गया है।

.
विदेश से चला रहा गैंग, 2022 में हुआ था फर्जी पत्ते पर फरार
पुलिस रिकाॅर्ड के मुताबिक, हिमांशु उर्फ भाऊ रोहतक जिले के गांव रिटौली का रहने वाला है। उसके खिलाफ रोहतक में हत्या, हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी, अवैध हथियार, लूट, धोखाधड़ी व रंगदारी मांगने के 10 केस दर्ज हैं। वह झज्जर में सात व दिल्ली में एक अन्य आपराधिक केस में वांछित है। भाऊ नीरज बवाना व नवीन बाली गैंग से जुड़ा हुआ है। उसने फर्जी नाम, पता, जाली कागजात का प्रयोग कर धोखाधड़ी से पासपोर्ट बनवाया।

आरोपी द्वारा पासपोर्ट के दौरान जमा किए गए सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए। भाऊ विदेश से रंगदारी मांगने का रैकेट चला रहा है। आरोपी विदेश से साथियों के साथ मिलकर यहां व्यापारियों व अन्य लोगों से रंगदारी मांगता है। रंगदारी न देने पर आरोपी ने अपने अन्य साथियों के माध्यम से उन पर जानलेवा हमला भी करवाया है। पुलिस ने अप्रैल 2023 को एक साथ भाऊ से जुड़े ठिकानों पर एक साथ दबिश दी थी।

दबिश में 79 मोबाइल फोन, 50 सिम कार्ड, 7 लाख रुपये नकद, 2 मोटरसाइकिल, 16 कारतूस, 9 आधार कार्ड, 13 पेटी शराब देसी, विदेशी मुद्रा, डेबिट कार्ड, पासपोर्ट, बैंक दस्तावेज, डायरी व नोटबुक व अन्य सामान बरामद किया गया था। नवंबर 2023 में एनआईए की टीम ने भी भाऊ के ठिकानों पर दबिश दी थी। हालांकि अभी तक भाऊ हाथ नहीं आ सका। उसके ऊपर डेढ़ लाख का ईनाम है।

रिटौली की गैंगवार में उभरा भाऊ
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, जिले के रिटौली गांव में दो पक्षों के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही है। इसमें कई लोगों की हत्या हो चुकी हैं। मार्च 2022 में गांव के अंदर तीन हत्या हुईं थी। इसमें दो हत्या के बाद गांव के बस चालक की हत्या हुई, जिसके पीछे भाऊ गैंग का नाम सामने आया। पुलिस ने भाऊ के तीन-चार साथियों को तो गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन भाऊ हाथ नहीं आया।

पुलिस कर चुकी है तीन साल पहले गिरफ्तार
अंकित के खिलाफ 2016 में शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस ने मारपीट, धमकी देने व एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया। जमानत पर आने के बाद 2018 में मारपीट व धमकी का केस दर्ज हुआ। फरवरी 2022 में हत्या के प्रयास का केस दर्ज हुआ, जबकि मार्च 2022 में हत्या का मामला दर्ज किया गया। साल 2023 में पुलिस उसे गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि उसके भाई सन्नी के खिलाफ झज्जर के सदर थाने में 2021 में मारपीट व धमकी, दिसंबर 2021 में बेरी थाने में जानलेवा हमला, जनवरी 2021 में आर्म्ज एक्ट, मार्च 2022 में शिवाजी कॉलोनी थाना रोहतक में हत्या का केस दर्ज हुआ था। गैंग के ज्यादातर सदस्य जेल जा चुके हैं।

Related Articles

Back to top button