
गर्मी के कारण लोगों की हालत खराब है. कैशल में 42 डिग्री के पार तापमान रहा. वहीं रोडवेज बस स्टैंड पर पीने के पानी का भी कोई इंतजाम नहीं है. इस भीषण गर्मी में वाटर कुलर खराब पड़े हैं. इस पर रोडवेज के जीएम का कोई ध्यान नहीं है. यहां पर वाटर कुलर सिर्फ शोपीस बने हुए हैं. वाटर कूलर के खराब होने के कारण यात्री बेतल के पानी को खरीद कर पी रहे हैं
वॉटर कूलर हो गया खराब
बता दे कि जहां लोग इतनी गर्मी में ठंडे पानी की छबील लगाकर लोगों की प्यास बुझाने का काम कर रहे हैं. वहीं भीषण गर्मी में रोडवेज बस स्टैंड पर पीने के पानी का संकट है. परिवहन विभाग की ओर से लगे वाटर कूलर में भी पानी ठंडा नहीं आ रहा है. यह सिर्फ शोपीस बनकर रह गए हैं. वाटर कूलर खराब होने का फायदा स्थानीय दुकानदारों को मिल रहा है. लोगों को प्यास बुझाने के लिए महंगे दामों में पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है. रोडवेज बस स्टैंड पर रोजाना हजारों की संख्या में यात्रियों का आना जाना होता है. सुबह से लेकर रात तक लोगों को बस स्टैंड पर पानी तक नहीं मिलता. रोडवेज की ओर से पीने के पानी के लिए वाटर कूलर लगाया गया था. जो काफी समय से खराब पड़ा हुआ है. इसमें पानी भी गर्म आता है
5 में से दो वॉटर कूलर खराब
यहां का पानी का 42 डिग्री के तापमान में पीने योग्य नहीं है. दूर से लोग पानी का वाटर कूलर देखकर पीने के लिए पहुंचते है, लेकिन वहां पर पानी नहीं मिलता. रोडवेज निगम की ओर से जो पानी की टंकिया लगी हैं. उनमें गर्म पानी आ रहा है. लोगों को प्यास बुझाने के लिए 20 रुपये की पानी की बोतल खरीदनी पड़ती है. पानी के लिए कोई व्यवस्था न होने के कारण यात्री हर समय परेशान रहते हैं. वाटर कुलर के खराब होने से स्थानीय दुकानदारों को लाभ होता है. हरियाणा रोडवेज कैथल के कार्यवाहक एसएस कैथल राजबीर ने बताया कि 5 वाटर कुलर लगे हुए हैं, जिनमें से 2 खराब है. यह परसो ही खराब हुए हैं. वॉटर कूलर को बुधवार को हो ठीक करवाया जाएगा. किसी भी यात्री को पीने के पानी की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी