
2025 के विधानसभा चुनाव में किसे उम्मीदवार बनाया जाएगा और किन विधायकों के टिकट काटे जाएंगे. इस पर विचार-विमर्श चल रहा है. बैठक में कई बड़े नेता शामिल हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी की राज्य चुनाव समिति की दो दिवसीय बैठक रविवार दूसरे दिन भी जारी है. पार्टी के पटना प्रदेश मुख्यालय में आयोजित बैठक में संभावित उम्मीदवारों के नामों और चुनाव रणनीति पर चर्चा चल रही है. बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की, जिन्हें बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का प्रभारी नियुक्त किया गया है.
उम्मीदवारों के चयन को अंतिम रूप देने में जुटी पार्टी
बीजेपी अब अपने उम्मीदवारों के चयन को अंतिम रूप देने में जुटी है. 2025 के विधानसभा चुनाव में किसे उम्मीदवार बनाया जाएगा और किन विधायकों के टिकट काटे जाएंगे, इस पर विचार-विमर्श चल रहा है. 70 साल से ज़्यादा उम्र के नेताओं पर अपनी सीट जाने का खतरा मंडरा रहा है, वहीं कई नेताओं के बेटों के भविष्य पर भी फैसला हो रहा है. चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के नेतृत्व में चुनाव समिति की बैठक चल रही है, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल सहित कई बड़े नेता शामिल हैं.
बैठक में पार्टी की सिटिंग सीटों एवं सीटों में फेर-बदल पर भी मंथन होगा. विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा होगी, रणनीति पर मंथन होना है. बैठक में पार्टी की वर्तमान स्थिति, पिछली चुनावी सफलताएं और हार-जीत का विश्लेषण भी किया जाएगा
बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े ने क्या कहा?
बिहार के प्रभारी विनोद तावड़े ने कहा कि बिहार चुनाव समिति बैठक में आगामी चुनाव के उम्मीदवारों पर चर्चा हो रही है. बिहार राजग सरकार में प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रही है. जनता का विश्वास हमारे साथ है और फिर एक बार विकास वाली राजग सरकार बिहार में आने के लिए तैयार है.’’
बैठक का मुख्य एजेंडा मौजूदा सीटों और संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा करना है. बीजेपी के वर्तमान में 80 विधायक हैं. उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए गहन विचार-विमर्श चल रहा है. इस बैठक में यह तय किया जाएगा कि किन विधायकों को टिकट मिलेगा और किनका टिकट कट सकता है. पार्टी ने चुनाव समिति के सभी सदस्यों को बैठक में शामिल होने का निर्देश दिया है.
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