करनाल में भी उफान पर यमुना, बढ़ी गांव के लोगों की धड़कने

हथिनी कुंड बैराज से यमुना में 1 लाख 78 हजार 996 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद करनाल में भी यमुना उफान पर आ गई, जिससे यमुना के साथ लगते कई गांवों के लोगों की धड़कनें बढ़ गईं है

लगातार बारिश के बाद बढ़ते जल स्तर के कारण रविवार को हरियाणा के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट खोल दिए जाने के बाद यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. दिल्ली के आईटीओ पर नदी का पानी खतरे के निशान को पार करता हुआ दिखाई दे रहा है. इससे अधिकारियों में चिंता बढ़ गई है. इससे पहले भारी बारिश के कारण नदी में 1.78 लाख क्यूसेक पानी आने के बाद हथिनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट खोल दिए गए थे, जिससे जलस्तर बढ़ गया था

सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता विजय गर्ग ने बताया कि हाल ही में हुई बारिश के बाद नदी में 1.78 लाख क्यूसेक पानी आया है. यह इस मौसम का सबसे अधिक जलस्तर है. लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं. मौसम विभाग ने 20 अगस्त तक महाराष्ट्र के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है

राजमार्ग पर शेरगढ़ टापू के पास सड़क के ऊपर तक पहुंचा पानी
करनाल से उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाले राजमार्ग पर शेरगढ़ टापू के पास सड़क के ऊपर से पानी बहने लगा. हालांकि सोमवार की शाम तक जलस्तर ढाई से तीन फुट कम होने से लोगों को राहत मिली है मगर खतरा बरकरार है. सोमवार को सुबह यमुना उफान पर दिखी. यहां कुछ क्षेत्र में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया और शाम होते-होते यह नीचे आ गया. शेरगढ़ टापू गांव में पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर आ रहा है, इस कारण से करनाल से उत्तर प्रदेश जाने वाले राजमार्ग पर पानी भर गया है, जिससे करनाल से उत्तर प्रदेश और उत्तर प्रदेश से करनाल आने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना जरूर करना पड़ा रहा है

पानी भरने से रास्ता हो जाता है बंद 
लोगों का कहना है कि यह समस्या पिछले कई सालों से बनी हुई है. धनोरा स्क्रैप का जो पुल है वह काफी नीचे है. इस वजह से हर साल ही यहां पानी आ जाता है और रास्ता बंद हो जाता है. वहीं ट्रैक्टर ट्राली बुगी से हमें यहां से निकालना पड़ता है. कई लोगों का कहना है कि पानी काफी गंदा है जो फैक्ट्री का पानी लग रहा है जो गंदे नाले से आया हुआ पानी है

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