
सिर्फ मार्च के महीने में ही करीब 31 लाख फोन का भारत से निर्यात किया गया है. ऐसे में निर्यात को और बढ़ाने के लिए कंपनी को या तो अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ानी होगी या फिर दूसरे यूनिट से प्रोडक्शन करना होगा. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सलाह के बावजूद कि वो नहीं चाहते हैं कि एपल भारत में निवेश करें, कंपनी अपने बड़े प्लान के तहत कदम आगे बढ़ा रही है. एपल की महत्वपूर्ण सप्लायर Foxconn ने भारत में अपने प्लांट के ऑपरेशन के लिए पिछले पांच दिनों के अंदर 1.24 बिलियन डॉलर यानी करीब 12,800 करोड़ रुपये का भारी भरकम निवेश किया है. कंपनी की तरफ से रेगुलेटरी फाइलिंग में इस बात की जानकारी दी गई.
यह निवेश यूझान टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, के Foxconn के तमिलनाडु यूनिट में किया गया है. कंपनी की तरफ से निवेश ऐसे समय पर किया गया जब एपल एक बड़े प्लान के तहत चीन के अपने कारोबार को भारत में शिफ्ट करने के लिए आगे बढ़ रही है. साथ ही, तेजी के साथ अपने प्रोडक्शन को बढ़ाना चाह रही है.
एपल में बड़ा निवेश
एपल के सीईओ टिम कुक ने हाल में यह ऐलान किया था कि अमेरिका में जून क्वार्टर में बिकने वाले अधिकतर आईफोन भारत के बने होंगे, जबकि टैरिफ पर अनिश्चितताओं की वजह से चीन में बने फोन को दुनिया के अन्य बाजारों में बिकने के लिए भेजा जाएगा. वित्त वर्ष 2025 के दौरान Foxconn की भारत से आय करीब दोगुनी यानी 20 बिलियन डॉलर (1.7 लाख करोड़) रुपये की हुई, जो खासतौर से आईफोन के प्रोडक्शन बढ़ने की वजह से हुई है. एसएंडपी ग्लोबल के एक अनुमान के मुताबिक, एपल ने साल 2024 में अमेरिकी बाजार में करीब 759 लाख फोन बेचा है.
तेजी से बढ़ाया जा रहा प्रोडक्शन कैपिसिटी
सिर्फ मार्च के महीने में ही करीब 31 लाख फोन का भारत से निर्यात किया गया है. ऐसे में निर्यात को और बढ़ाने के लिए कंपनी को या तो अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ानी होगी या फिर दूसरे यूनिट से प्रोडक्शन करना होगा.
सरकार का अनुमान है कि एपल का दुनिया भर में जितना प्रोडक्शन होता है, उसका करीब 15 प्रतिशत आईफोन भारत में बनता है. एपल की कोशिश इस वित्तीय वर्ष के दौरान इसे बढ़ाकर 6 करोड़ करने की है. इससे पहले, केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि वित्त वर्ष 2025 के दौरान भारत से रिकॉर्ड संख्या में मोबाइल का एक्सपोर्ट किया गया, जिसमें 1.15 लाख आईफोन का एक्सपोर्ट किया गया.