उरी और पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान ने कैसे कम किया था तनाव?

भारतीय सुरक्षा बलों और राजनयिकों के पास इससे पहले भी इस तरह की घटनाओं के अनुभव हैं

2016 में उरी में अपने 19 सैनिकों के मारे जाने के बाद भारत ने नियंत्रण रेखा के पार चरमपंथियों के शिविरों पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की थी

2019 में पुलवामा में विस्फोट हुआ जिसमें भारतीय अर्द्धसैनिक बलों के 40 जवान मारे गए थे. इसके बाद भारत ने बालाकोट में अंदर तक एयर स्ट्राइक की. ये 1971 के बाद पाकिस्तान के अंदर भारत की इस तरह की पहली कार्रवाई थी. भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने भी हमले किए थे और हवा में टकराव हुआ था

इससे पहले, 2008 में मुंबई में होटलों पर 60 घंटे तक कब्जे, रेलवे स्टेशनों और यहूदी केंद्रों पर भयावह चरमपंथी हमलों में 166 लोग मारे गए थे

हर बार भारत ने हमलों के लिए पाकिस्तान स्थित चरमपंथी समूहों को ज़िम्मेदार ठहराया है और पाकिस्तान पर उन्हें मौन समर्थन देने का आरोप लगाया है. जबकि पाकिस्तान इसका लगातार खंडन करता रहा है

2016 से और खास कर 2019 के हवाई हमलों के बाद, तनाव नए मोड़ तक पहुंचता दिखा है

ऐसे हालात में भारत का सीमा पार जाकर हवाई हमला करना एक नया पैमाना बन गया है और इसने पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई करने के लिए उकसाया है

इसने उथलपुथल भरे इस माहौल को और गर्म कर दिया है

मौजूदा तनाव पर कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि भारत खुद को प्रतिक्रिया और प्रतिरोध के बीच नाज़ुक संतुलन बनाए रखने की स्थिति में पा रहा है

पुलवामा हमले के बाद क्या हुआ था

पुलवामा हमले के दौरान पाकिस्तान में भारत उच्चायुक्त रहे अजय बिसारिया बार-बार उभरने वाली इस स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं

उन्होंने अपने संस्मरण ‘एंगर मैनेजमेंट : द ट्रबल्ड डिप्लोमैटिक रिलेशन बिटवीन इंडिया एंड पाकिस्तान’ में इस हालात का ब्योरा दिया है

अजय बिसारिया ने कहा, ”पुलवामा में विस्फोट और पहलगाम की हत्याओं के बाद के जो हालात पैदा हुए हैं वो लगभग एक जैसे हैं”

फिर भी उनका ये कहना था कि पहलगाम वाली घटना थोड़ी अलग है. पुलवामा या उरी में हुए हमलों में निशाना सुरक्षा बल के लोग थे. लेकिन पहलगाम के हमले में आम नागरिकों को निशाना बनाया गया

इसने 2008 के मुंबई हमलों की यादें ताज़ा कर दीं. वो कहते हैं, ”पहलगाम हमले में पुलवामा हमले के तत्व थे लेकिन इसमें मुंबई में हुए हमले का पैटर्न दिखा”

उन्होंने कहा,”हम फिर संघर्ष की स्थिति में हैं और कहानी लगभग उसी तरह आगे बढ़ रही है”

पहलगाम हमले के एक सप्ताह बाद भारत ने तेजी से कई कदम उठाए

जैसे सिंधु जल संधि को निलंबित करना , राजनयिकों को निष्कासित करना और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा पर रोक

पाकिस्तान से आने वाले विमानों के लिए भारत का एयर स्पेस बंद कर दिया गया है और पाकिस्तान से होने वाले निर्यात पर भी रोक लगा दी गई है

पाकिस्तान की तरफ से भी जवाबी कदम उठाए गए हैं. जैसे, उन्होंने भी भारतीय विमानों के लिए अपना एयर स्पेस बंद कर दिया है. भारतीयों के लिए वीजा जारी करना बंद कर दिया है और शिमला समझौते को निलंबित कर दिया है

हाल के दिनों में दोनों देशों की सीमा पर रुक-रुक कर छोटी गोलीबारियां हुई हैं

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