
निर्वाचन आयोग ने पारदर्शिता के लिए सॉफ्टवेयर आधारित रेंडमाइजेशन से 95,909 कर्मचारियों की तैनाती की, जिसमें 35,700 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. ऑनलाइन भी रिजल्ट जारी होंगे. उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के नतीजे 31 जुलाई को घोषित होंगे. जिसमें 32,580 प्रत्याशियों के भाग्य का पिटारा गुरूवार सुबह आठ बजे से शुरू होने वाली मतगणना के साथ खुलेगा. राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और इस बार नतीजे आयोग की वेबसाइट पर ऑनलाइन भी उपलब्ध होंगे. पंचायत चुनाव में यह पहली बार हो रहा है.
दो चरणों में हुए इस चुनाव में पहले चरण (24 जुलाई) में 68% और दूसरे चरण (28 जुलाई) में 70% मतदान दर्ज किया गया था. दूसरे चरण में 21,57,199 मतदाताओं ने 40 विकास खंडों के 4,709 मतदान स्थलों पर वोट डाले. इसमें 65.50% पुरुष और 74.50% महिला मतदाताओं ने हिस्सा लिया. पर्वतीय जिलों में बारिश के बावजूद मतदाताओं का उत्साह देखने लायक था, जबकि देहरादून, उधम सिंह नगर और नैनीताल जैसे मैदानी जिलों में भी भारी भीड़ उमड़ी.
89 ब्लाकों में शांतिपूर्वक मतदान हुआ था सम्पन्न
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने बताया कि 12 जिलों (हरिद्वार को छोड़कर) में 89 ब्लॉक में शांतिपूर्ण मतदान हुआ. पहले चरण में 17,829 और दूसरे चरण में 14,751 प्रत्याशी मैदान में थे. कुल 47,77,072 मतदाताओं में से 24,65,702 पुरुष, 23,10,996 महिला और 374 थर्ड जेंडर मतदाताओं ने हिस्सा लिया. ग्राम पंचायत सदस्य (सफेद मतपत्र), ग्राम प्रधान (हरा), क्षेत्र पंचायत सदस्य (नीला) और जिला पंचायत सदस्य (गुलाबी) के लिए अलग-अलग रंग के मतपत्र इस्तेमाल किए गए.
35 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात
निर्वाचन आयोग ने पारदर्शिता के लिए सॉफ्टवेयर आधारित रेंडमाइजेशन से 95,909 कर्मचारियों की तैनाती की, जिसमें 35,700 सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. मतगणना गुरु राम राय इंटर कॉलेज, सहसपुर जैसे केंद्रों पर होगी. 22,429 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध जीत चुके हैं, जबकि 11,082 पदों के लिए 32,580 प्रत्याशी मैदान में हैं. बता दें कि इस बार पंचायत चुनाव को लेकर कई बार संशय हुआ, चुनाव रोकने के लिए और मतदाता सूची में गड़बड़ी की शिकायत लेकर हाईकोर्ट में भी अपील दाखिल की गयी थी. आरोप लगाया गया कि सरकार ने बिना तैयारी के ही पंचायत चुनाव करवा रही है. सावन और कांवड़ यात्रा का भी हवाला दिया गया था.