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महाकुंभ की वजह से अयोध्या में भारी संख्या में लोगों राम मंदिर में दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं, ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए स्कूल बंद कर दिए गए हैं. महाकुंभ में देश के कोने-कोने से आने वाले लोगों की वजह से राम नगरी अयोध्या में भी भक्तों का तांता लग रहा है. अयोध्या में रोजाना 6-8 लाख पर्यटक राम मंदिर के दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं जिसका असर असर अयोध्या की प्रशासनिक व्यवस्था पर भी देखने को मिल रहा है. सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं. जगह-जगह जाम से हालत खराब है. इस बीच अयोध्या में बढ़ती भीड़ को देखते हुए जिलाधिकारी ने 11 फरवरी से 14 फरवरी तक सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है.
महाकुंभ से लौटने के बाद भारी संख्या में भक्त अयोध्या का रुख कर रहे हैं जिसकी वजह से यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है. अयोध्या में भीड़ बढ़ने की वजह से राम पथ, भक्ति पथ और राम जन्मभूमि पथ को पूरी तरह सील कर दिया गया है. भीड़ की वजह से जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है. ताकि भीड़ पर नियंत्रण किया जा सके. सड़कों पर जाम की स्थिति के चलते स्थानीय लोगों का भी आना-जाना मुश्किल हो गया है.
अयोध्या में बढ़ी पर्यटकों की भीड़
अयोध्या में इन दिनों रोजाना 6-8 लाख भक्त राम मंदिर के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए पुलिस ने वन वे प्लान तैयार किया है. जिसके तहत पूरे रामपथ को वन वे कर दिया गया है और दूसरे रास्ते से निकासी की जा रही है. ताकि श्रद्धालुओं के आपस में टकराव की स्थिति पैदा न हो. अयोध्या में भीड़ बढ़ने की वजह से स्थानीय इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं. लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं. ऐसे में बच्चों को भी स्कूल जाने में परेशानी उठानी पड़ रही है. जिसे देखते हुए डीएम ने 14 फरवरी तक जनपद में स्कूल बंद रखने की घोषणा की है.
पुलिस प्रशासन व्यवस्था बनाने में जुटा हुआ है. बाहर से आने वाले वाहनों को शहर के बाहर ही रोका जा रहा है. जिसके बाद पर्यटक पैदल आगे बढ़ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ पर्यटकों की भीड़ की वजह से स्थानीय लोगों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं. अयोध्या में ज़्यादातर दैनिक रोजमर्रा के सामान की दुकानें रामपथ पर ही पड़ती है ऐसे में स्थानीय लोगों के सामान खरीदने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.