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महाकुंभ में माघ पूर्णिमा के स्नान के चलते अयोध्या में आज सोमवार को और भी ज्यादा भीड़ उमड़ पड़ी है. दूर-दूर तक भक्तों का सैलाब दिख रहा है. प्रशासन ने इसके खास इंतजाम किए हैं. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जहां माघ पूर्णिमा स्नान को लेकर एक बार फिर से महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी है. तो वहीं इसका असर राम नगरी अयोध्या में भी देखने को मिल रहा है. भारी संख्या में लोग महाकुंभ जाने से पहले या स्नान के बाद अयोध्या में रामलला के दर्शन को पहुंच रहे हैं. महाकुंभ के साथ ही राम मंदिर के दर्शनों के लिए भी भक्तों का रेला उमड़ पड़ा है. रामनगरी में दूर-दूर तक श्रद्धालु ही नजर आ रहे हैं. हालत ये है कि तिल रखने तक की जगह नहीं बची है.
महाकुंभ में माघ पूर्णिमा के स्नान के चलते अयोध्या में आज सोमवार को और भी ज्यादा भीड़ उमड़ पड़ी है. रोजाना यहां लाखों श्रद्धालु रामलला के दर्शनो के लिए पहुंच रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक इन दिनों राम मंदिर में रोजाना करीब 4 लाख लोग रामलला के दर्शन कर रहे हैं. अयोध्या के रामपथ, भक्ति पथ समेत राम मंदिर आने वाले सभी रास्तों पर भारी संख्या में भक्त देखे जा सकते हैं.
राम नगरी अयोध्या में उमड़ी भीड़
भीड़ को संभालने में प्रशासन के भी हाथ-पैर फूल रहे हैं. नगर की तमाम व्यवस्थाएं ध्वस्त होते दिख रही है. भीड़ को देखते हुए बाहरी इलाकों में गाड़ियों को रोका जा रहा है. जिसके बाद भक्त पैदल चलते हुए राम मंदिर तक पहुंच रहे हैं और घंटों लाइनों में खड़े होकर रामलला के दर्शनों का इंतजार करते देखे जा सकते हैं. भीड़ की वजह से ट्रैफिक व्यवस्थाओं को भी मजबूत किया जा रहा है. यात्रियों को कई किमी पहले से चलकर आना पड़ा रहा है. भीड़ की वजह से बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों की हालत भी खराब हो रही है.
एक तरफ जहां भीड़ की वजह से ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई है. पु्लिस ने श्रद्दालुओं के आने और जाने के रास्ते अलग-अलग डिवाइड किए हैं ताकि किसी को परेशानी का सामना न करना पड़े. वहीं शहर में बढ़ती भीड़ के चलते खाने-पीने के सामान के साथ अन्य चीजों की डिमांड भी बढ़ गई है लेकिन सप्लाई नहीं होने की वजह से इसका असर भी दिखने लगा है. मालवाहक ट्रक भी इस भीड़ और जाम में फंस गए हैं जिसके चलते खाद्यान्न की कमी होने लगी है. व्यवसायियों के पास स्टॉक धीरे-धीरे खत्म होने लगा है