
स्वर्ण मंदिर को बम की धमकी मिलने पर CM भगवंत मान ने अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने अफवाहों से सावधान रहने की अपील करते हुए कहा कि पंजाब सरकार सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगी.
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति को स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) को बम से उड़ाने की धमकी बार-बार मिल रही है. ऐसे धमकी भरे ई-मेल मिलने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों से अपील की है कि अफवाहों से सावधान रहें. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं होने देगी.
सीएम भगवंत मान ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) को मिले धमकी भरे ईमेल के मद्देनजर पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की.
‘राष्ट्र विरोधी ताकतों से पूरी तरह निपटेंगे’
इस बैठक के बाद एक्स पर एक पोस्ट कर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लिखा, “हम पंजाब की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होने देंगे. हमारी सुरक्षा एजेंसियां और पंजाब पुलिस पूरी तरह सतर्क हैं. मैं पंजाब के लोगों से अपील करता हूं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सावधानी बरतें. सभी धार्मिक स्थल हमारे लिए पवित्र और पूजनीय हैं. हम उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं. राष्ट्र-विरोधी और समाज-विरोधी ताकतों से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा.”
3 दिन में आ चुके हैं धमकी वाले पांच ई-मेल
एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने बुधवार (17 जुलाई) को कहा कि गुरुद्वारा संस्था को 14 जुलाई से अब तक स्वर्ण मंदिर को उड़ाने की धमकी वाले 5 ईमेल मिले हैं. ईमेल भेजने वाले की पहचान अब तक नहीं हो सकी है. अब यह सवाल खड़ा होता है कि क्या ये धमकियां किसी दुर्भावनापूर्ण इरादे से की गई शरारत थीं या फिर किसी बड़ी साज़िश की ओर इशारा करती हैं?
लोगों की चिंता बढ़ गई है- प्रताप सिंह बाजवा
पंजाब के नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने गुरुवार (17 जुलाई) को कहा कि स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाकर भेजे गए पांच धमकी भरे ईमेल से सिख समुदाय और पंजाब के सभी शांतिप्रिय लोगों में गहरी चिंता पैदा हो गई है. कांग्रेस नेता ने कहा कि इन धमकियों की परेशान करने वाली प्रकृति ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. इन धमकियों को पंजाब की मुश्किल से हासिल की गई शांति को भंग करने की कायराना कोशिशें करार देते हुए, प्रताप सिंह बाजवा ने मांग की कि केंद्र और राज्य की एजेंसियां दोषियों की पहचान करने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए तुरंत कार्रवाई करें. पंजाब हमेशा से साझी विरासत और सद्भाव की धरती रही है. सिख गुरुओं की शिक्षाओं से लेकर सूफी संतों की वाणी तक, मंदिरों और गुरुद्वारों से लेकर मस्जिदों और गिरजाघरों तक, इस धरती ने हमेशा एकता का संचार किया है.