‘अबू आजमी को 100 प्रतिशत जेल भेजा जाएगा’, औरंगजेब टिप्पणी पर बोले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

सपा विधायक अबू आजमी की विवादित टिप्पणी पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो कोई भी छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज का अपमान करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

महाराष्ट्र विधानसभा में सपा विधायक अबू आजमी को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्हें ‘100 प्रतिशत’ जेल भेजा जाएगा। यह टिप्पणी सीएम फडणवीस ने विधान परिषद में की, जब उनसे विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने अबू आजमी के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सवाल पूछा।

विवादति टिप्पणी के लिए अबू आजमी विधानसभा से निलंबित
बता दें कि, अबू आजमी को उनकी टिप्पणी के कारण विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था, जिसमें उन्होंने मुग़ल सम्राट औरंगजेब की सराहना की थी। सपा विधायक ने औरंगजेब के शासन के दौरान भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमार) तक पहुंचने का दावा किया था और कहा था कि उस समय भारत की जीडीपी 24 प्रतिशत थी। इसके साथ ही, उन्होंने औरंगजेब और मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके बेटे छत्रपति संभाजी महाराज के बीच संघर्ष को एक ‘राजनीतिक संघर्ष’ बताया था।

अबू आजमी का जमकर किया गया विरोध
इस टिप्पणी के बाद, विधानसभा में अबू आजमी के खिलाफ जमकर विरोध हुआ और सत्ता पक्ष के सदस्यों ने उनकी निलंबन की मांग की। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी कहा कि राष्ट्रीय प्रतीकों के खिलाफ कोई भी टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए और सरकार को इस तरह की टिप्पणियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। ठाकरे ने यह भी मांग की कि आजमी को विधानसभा से स्थायी रूप से निलंबित किया जाए।

वहीं अबू आजमी ने अपनी विवादित टिप्पणी के बाद कहा कि उन्होंने यह बयान विधानसभा के बाहर दिया था, लेकिन बाद में उसे वापस ले लिया था ताकि सदन में कामकाजी माहौल बना रहे। हालांकि, उन्हें फिर भी निलंबित कर दिया गया।

सीएम फडणवीस ने विपक्ष पर लगाया आरोप
इस पर मुख्यमंत्री फडणवीस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो कोई भी छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज का अपमान करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे इस मुद्दे पर दोगला रवैया अपनाते हैं और जब एनसीपी (एसपी) विधायक जितेंद्र आव्हाड और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने शिवाजी महाराज के बारे में आलोचनात्मक टिप्पणियां की थीं, तो विपक्ष ने उस पर कोई आपत्ति नहीं उठाई थी। इसके अलावा, विधान परिषद में अभिनेता राहुल सोलापुरकर और पूर्व पत्रकार प्रशांत कोराटकर के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई, जो राष्ट्रीय प्रतीकों पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के आरोपों का सामना कर रहे हैं। पुलिस ने कोराटकर के खिलाफ एक शिकायत दर्ज की है, जबकि सोलापुरकर पर भी शिवाजी महाराज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने का आरोप है।

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