मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा मौनी अमावस्या पर दस करोड़ और बसंत पंचमी पर उससे भी अधिक लोग प्रयागराज कुंभ में आएंगे, इसके लिये प्रशासन पूरी तरह स तैयार है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शुक्रवार (17 जनवरी) को अपने आवास पर पत्रकार संवाद में कई सवालों के जवाब दिए. इस दौरान सीएम योगी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के कुंभ में आने के सवाल पर कहा जिसकी श्रद्धा हो आए हम स्वागत के लिये तैयार हैं. इसके साथ ही सीएम योगी ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के गंगा स्नान पर कहा अच्छा है सबको करना चाहिये, बढ़िया है करना ही चाहिये.इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा योगी सरकार ने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी को लेटर लिखा है कि कुंभ में क्राउड मैनेजमेंट की ट्रेनिंग के लिये उनके यहाँ ट्रेनिंग ले रहे युवा IPS ऑफिसर कुंभ में आएं और यहां क्राउड मैनेजमेंट को सीखें. यूपी सरकार के युवा ऑफिसर्स को भी 15-15 दिन की ड्यटी पर कुंभ में तैनात किया गया है ताकि वो क्राउड मैनेजमेंट के लिये तैयार हो सकें क्योंकि ऐसी ट्रेनिंग उन्हें आसानी से कहीं और नहीं मिलेगा.
कुंभ से यूपी में दो लाख करोड़ से अधिक का टर्न ओवर होगा, उनका मानना है कि एक व्यक्ति जब कुंभ में आएगा तो कम से कम अयोध्या चित्रकूट काशी लखनऊ भी जाएगा तो इन सब में ही कम से कम प्रति व्यक्ति पांच हजार रुपये खर्च करेगा. क्राउड काउंटिंग पर कहा कि हमने 3700 AI बेस्ट कैमरा लगाएं हैं जो लोगों की वास्तविक गिनती कर रहे हैं.
कुंभ की वजह से काशी-अयोध्या में भी आ रहे श्रद्धालु
CM योगी ने कहा मौनी अमावस्या पर दस करोड़ और बसंत पंचमी पर उससे भी अधिक लोग प्रयागराज कुंभ में आएंगे, इसके लिये प्रशासन तैयार है. काशी अयोध्या में भी कुंभ की वजह से श्रद्धालु बड़ी सांख्य में आ रहे हैं. मकर संक्रांति पर अयोध्या में 15 लाख लोगों ने राम लला के दर्शन किए लेकिन कोई अव्यवस्था नहीं हुई. उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी को पांच लाख लोग अयोध्या पहुंचे थे तो वहां स्थिति अनियंत्रित हो गई थी तो मुझे खुद अयोध्या स्थित संभालने जाना पड़ा था लेकिन अब हमारा इंतजाम पर्याप्त है.
2013 के कुंभ में नाम मात्र की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों में खासकर 2013 में ही जब कुंभ हुआ तो श्रद्धालुओं के लिये सरकार की तरफ से नाम मात्र की व्यवस्था होती थी, श्रद्धालु परेशान होते थे. लेकिन इस बार सरकार ने पूरा इंतजाम किया है, साल 2013 में जब मॉरीशश के प्रधानमंत्री आए थे तो उन्होंने गंदगी देखा लेकिन 2019 में आये तो उन्हें कुंभ बिल्कुल स्वच्छ नजर आया वो खुश दिखे. जो श्रमिक वहां काम कर रहे हैं उनके परिवारों को आवास और उनके बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था भी सरकार की तरफ से की गई है.