
बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा को लेकर जमकर राजनीति हो रही है. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा था कि वो दंगाइयों की शांतिदूत बन रही हैं. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया था. इसके एक दिन बाद बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बुधवार (16 अप्रैल, 2025) को कहा कि योगी सबसे बड़े भोगी हैं. वहीं, ममता बनर्जी के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी पलटवार किया है.
इमामों की सभा को संबोधित करते हुए टीएमसी चीफ ने कहा, “योगी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. वह सबसे बड़े भोगी हैं. महाकुंभ में कई लोगों की जान चली गई. उत्तर प्रदेश में मुठभेड़ों में कई लोग मारे गए. योगी लोगों को रैलियां निकालने नहीं देते. बंगाल में बहुत आजादी है.” ममता बनर्जी को जवाब देते हुए बीजेपी ने कहा कि उन्हें यूपी के योगी मॉडल से कुछ सीखना चाहिए.
‘दंगा करने वालों को पालती-पोसती हैं ममता बनर्जी’
बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, ‘योगीजी ने जो कहा वो दंगाइयों को लेकर कहा था. ममता बनर्जी को ये इसलिए पसंद नहीं आया क्योंकि वो दंगा करने वालों को पालती-पोसती हैं. योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को दंगा मुक्त बनाया है. उनकी टिप्पणी निराधार है और वो उत्तर प्रदेश के मॉडल से बहुत कुछ सीख सकती हैं.’
इसके अलावा बंगाल विधानसभा के नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ को बंगाल में आकर लोगों को संबोधित करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘मैं उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उन्होंने बंगाल में अराजकता खिलाफ बोला. मैं एनएचआरसी और एनसीडब्ल्यू को भी राज्य में आने के लिए धन्यवाद करता हूं.’
क्या कहा था योगी आदित्यनाथ ने?
यूपी सीएम ने कहा था, “दंगाइयों के लिए डंडा ही एकमात्र इलाज है. आप देख सकते हैं कि बंगाल जल रहा है. मुख्यमंत्री चुप हैं. वो दंगाइयों को शांति दूत कह रही हैं. लातों के भूत बातों से कहां मानने वाले हैं. धर्मनिरपेक्षता के नाम पर उन्होंने दंगाइयों को आजादी दे रखी है. सरकार चुप है. ऐसी अराजकता को कंट्रोल किया जाना चाहिए.”