
हरियाणा और पंजाब के बीच भाखड़ा नहर के पानी को लेकर विवाद जारी है. नायब सिंह सैनी ने कहा कि पीने के पानी को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
हरियाणा और पंजाब की सरकारों के बीच भाखड़ा नहर के पानी को लेकर विवाद जारी है. दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री एक दूसरे के लिए बड़े बयान दे रहे हैं. इसी क्रम में हरियाणा के सीएम नायब सिंग सैनी ने फिर से पंजाब की सरकार को घेरते हुए कहा, “मैं लगातार कह रहा हूं कि पीने के पानी को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. हमें नहीं मालूम था कि राजनीति इस हद तक भी जा सकती है कि पीने के पान पर ही प्रश्नचिन्ह लग जाए.”
नायब सिंह सैनी ने दोहराया, “हमारे गुरुओं और ऋषि मुनियों की परंपरा रही है कि परिवार में कोई व्यक्ति भी आए तो पानी का गिलास लेकर उसका स्वागत किया जाता है. काम बाद में पूछा जाता है.”
‘अपने लिए नहीं मांग रहा पानी’- नायब सिंह सैनी
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने एक बयान में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को रिश्तेदार बताया था. उन्होंने कहा था कि परंपरा के तहत उन्हें बेटी के घर का एक गिलास पानी भी नहीं पीना चाहिए, वो नहर मांग रहे हैं. इसके जवाब में नायब सिंह सैनी ने कहा, “यह परंपरा बिल्कुल है, लेकिन जब प्रकृति का स्त्रोत यानी जमीन में पानी नहीं है तो क्या कर सकते हैं? यह नहर हम एक व्यक्ति के लिए नहीं मांग रहे. हम यह समाज के लिए, हरियाण के 2.80 करोड़ लोगों के लिए मांग रहे हैं.”
‘कोई ज्यादा मांग नहीं रखी, अपने हक का पानी मांगा’- नायब सिंह सैनी
नायब सिंह सैनी ने यह भी कहा, ”हम कोई अतिरिक्त मांग नहीं रख रहे, बल्कि जितना पानी पहले दिया जाता था उतना ही मांग रहे हैं. हमें नहीं मालूम था कि पीने के पानी पर इतनी बड़ी राजनीति हो जाएगी. इसे पंजाब के लोग भी समझ रहे हैं और हरियाणा के लोग भी समझ रहे हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.”
‘पंजाब और हरियाणा की जनता भी देख रही’- नायब सिंह सैनी
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा, “पंजाब के नेता जिस प्रकार की राजनीति कर रहे हैं, उसे पंजाब की जनता समझ चुकी है. यह विषय राजनीति का नहीं है. यह विषय किसी को पानी पिलाने का है. यह देश और प्रदेश के विकास के लिए काम करने का मुद्दा है. आप पंजाब की जनता के लिए काम करिए. नई नीतियां और योजनाएं बनाइए, जिससे युवाओं को लाभ मिले. ऐसी राजनीति मत करिए.”