
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव ने सुरक्षा बलों की बहादुरी की प्रशंसा की, कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने का संकल्प पूरा होगा।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को सुरक्षा बलों को उनकी बहादुरी के लिए बधाई दी, क्योंकि उन्होंने सुकमा जिले के केरलापाल इलाके में एक बड़ी मुठभेड़ में 16 नक्सलियों को ढेर कर दिया और हथियारों और गोला-बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प पूरा होगा। सीएम साय बोले कि मैं सुरक्षा बलों को उनकी बहादुरी के लिए बधाई देता हूं, और उनके साहस को नमन करता हूं। हमारी सरकार को इस संबंध में लगातार सफलता मिल रही है। मुझे विश्वास है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प पूरा होगा।
इस बीच, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सुकमा जिले में एक मुठभेड़ में एक शीर्ष नक्सल नेता के मारे जाने की पुष्टि की। नक्सली नेता की पहचान जगदीश के रूप में हुई है, जिस पर 25 लाख रुपये का नकद इनाम था। मारा गया नक्सली इससे पहले झीरम घाटी की घटना में शामिल था, जिसमें छत्तीसगढ़ के शीर्ष कांग्रेस नेताओं की हत्या की गई थी और नारायणपुर की घटना में भी शामिल था, जिसमें कई सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।
नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार की प्रतिबद्ध
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी सशस्त्र नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संकल्प मार्च 2026 तक देश से सशस्त्र नक्सलवाद को खत्म करना है और हमारे सुरक्षा बल उसी दिशा में काम कर रहे हैं। जिस बहादुरी और साहस के साथ हमारे सुरक्षा बल काम कर रहे हैं, हम तय समय में नक्सलवाद को खत्म कर देंगे।
इससे पहले सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने घटनास्थल से 16 नक्सलियों के शव बरामद होने की पुष्टि की और कहा, “ऑपरेशन के दौरान हमारे दो जवान घायल हो गए हैं और उन्हें इलाज के लिए ले जाया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने इलाके से एके-47 राइफल, सेल्फ-लोडिंग राइफल (एसएलआर) और इंसास राइफल समेत बड़ी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किए हैं। एसपी चव्हाण ने कहा, “यह सुकमा में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ों में से एक है।” अधिकारी ने कहा कि मारे गए नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। शुक्रवार को जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) द्वारा शुरू किए गए संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान के बाद गोलीबारी शुरू हुई।
खुफिया जानकारी मिलने का बाद चलाया अभियान
अधिकारियों के अनुसार, सुकमा पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत केरलापाल क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान शुरू किया गया था। संयुक्त दल 28 मार्च को तलाशी अभियान के लिए निकला था और शनिवार (29 मार्च) की सुबह से ही रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।
सुरक्षा बल फिलहाल मुठभेड़ स्थल और आसपास के जंगली इलाकों की गहन तलाशी ले रहे हैं। सुकमा छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में से एक है, जहां पहले भी कई नक्सली हमले हो चुके हैं।