कपास को लेकर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान संयुक्त तौर पर काम करेंगे

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कपास को लेकर तीन राज्यों के कृषि अधिकारियों, कृषि वैज्ञानिकों की बैठक हुई। जिसमें पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के कृषि अधिकारियों ने फैसला लिया कि कपास पर संयुक्त तौर पर काम करेंगे। तीनाें राज्यों के कृषि विश्वविद्यालय मिलकर एडवाइजरी जारी करेंगे।

एचएयू कुलपति प्रो. बीआर कांबोज की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि तीनों राजस्थान, पंजाब व हरियाणा तीनों प्रदेश की कृषि यूनिवर्सिटी मिलकर काम करेंगी। जिसमें तीनों यूनिवर्सिटी हर 15 दिन में एक बार एडवाजरी जारी करेंगी। तीनों आपस में कपास को लेकर हो रही सभी गतिविधियों को सांझा करेंगे। सिरसा स्थित कॉटन रिसर्च सेंटर भी मिलकर काम करेंगे।

कृषि अधिकारियों ने कहा कि 1 अप्रैल से कपास की बिजाई का समय शुरु होता है। किसानों को कपास के प्रति जागरूक किया जाएगा। पिछले साल कपास का एरिया काफी कम हो गया था। कपास में आ रही बीमारियों के कारण यह एरिया घटा था। अब विभाग किसानों को कपास के बीजोपचार से लेकर उसके फसल तैयार होने तक पूरी जानकारी उपलब्ध कराएगा। किसानों को बताया कि जाएगा कि किस समय पर कौन का कार्य करना है। कुलपति प्रो. बीआर कांबोज ने कहा कि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के लिए कपास बेहद महत्वपूर्ण फसल है। किसानों की सभी समस्याओं का समाधान करना कृषि वैज्ञानिकों का दायित्व है।

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