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भारत-अमेरिका कई प्रमुख क्षेत्रों में अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए काम कर रहा है. पिछले साल अजित डोभाल के अमेरिका नहीं जाने से कई सवाल खड़े हुए थे. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी बुधवार (12 फरवरी 2025) से अमेरिका के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे. पीएम मोदी की यह यात्रा भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में होगी. बताया जा रहा है कि इस बार पीएम के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी मौजूद रहेंगे. पिछले साल (सितंबर 2024) पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर गए थे तो अजित डोभाल नहीं गए थे. उस समय ये एनएसए की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बना हुआ था.
भारत के शीर्ष अधिकारियों को जारी किया गया था समन
पीएम मोदी के साथ पिछले साल अमेरिका में विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और यूएस में भारत के राजदूत विनय क्वात्रा मौजूद थे. दरअसल उस समय पीएम मोदी के दौरे से पहले व्हाइट हाउस में खालिस्तानी समर्थक नेताओं ने बुलाकर उनसे बात की गई थी.
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हत्या की साजिश को लेकर न्यूयॉर्क की एक अदालत में याचिका दाखिल की थी. इस मामल में अजित डोभाल, निखिल गुप्ता और पूर्व रॉ प्रमुख सामंत गोयल जैसे शीर्ष अधिकारियों को समन जारी कर 21 दिनों के भीतर जवाब मांगा गया था. इसे लेकर भारत सरकार की ओर से भी एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाई गई थी.
US ने भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने से किया मना
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका की नई ट्रंप सरकार ने भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने से मना कर दिया है. इस वजह से अजित डोभाल के अमेरिका दौरा का रास्ता साफ हो गया है. अजित डोभाल ने अमेरिका के पूर्व सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन के साथ मिलकर डिफेंस, दूरसंचार और नागरिक उच्च तकनीक के क्षेत्र में सहयोग के लिए iCET ढांचा तैयार किया.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद पीएम मोदी की यह पहली अमेरिका यात्रा होगी. विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पीएम मोदी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसमें दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा होगी. पीएम मोदी अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों, व्यापारिक नेताओं और भारतीय समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे.