
रामनगरी अयोध्या के विकास को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी की सरकार ने अयोध्या में पर्यटन विकास से जुड़ी 16 नई परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. इस परियोजना में कुल 92.46 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. रामनगरी अयोध्या के विकास को लेकर योगी सरकार एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अयोध्या में पर्यटन विकास से जुड़ी 16 नई परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है. इन परियोजनाओं पर कुल 92.46 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसका प्रस्ताव तीर्थ विकास परिषद योजना के तहत भेजा गया था, जिसे सरकार ने हरी झंडी दे दी है.
सरकार का उद्देश्य है कि अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए. इन 16 परियोजनाओं के तहत शहर में अवस्थापना सुविधाएं यानी सड़क, शौचालय, पार्किंग, साइनबोर्ड, रेन शेल्टर और पीने के पानी जैसी जरूरी सुविधाएं बेहतर की जाएंगी. इसके साथ ही प्रमुख तीर्थ स्थलों पर साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण पर भी खास ध्यान दिया जाएगा.
परियोजना का उद्देश्य श्रद्धालुओं को मिले बेहतर सुविधाएं
इन परियोजनाओं के माध्यम से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को और बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, जिससे उनका अनुभव यादगार बनेगा. सरकार की कोशिश है कि राम मंदिर निर्माण के बाद देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो.
गौरतलब है कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है और इसका पहला चरण जनवरी 2024 में जनता के दर्शन के लिए खोल दिया गया था. तब से लेकर अब तक करोड़ो श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं और यहां की पर्यटन व्यवस्था में सुधार की जरूरत महसूस की जा रही थी.
अयोध्या आस्था का केंद्र ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक पहचान भी है- सीएम योगी
सरकार पहले ही अयोध्या में रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, सड़कों, घाटों और एयरपोर्ट के विकास पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. अब इन 16 नई परियोजनाओं से अयोध्या का धार्मिक और पर्यटन स्वरूप और भी निखरेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार कह चुके हैं कि अयोध्या सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक पहचान भी है. इसी सोच के साथ सरकार यहां तीर्थ और पर्यटन विकास को प्राथमिकता दे रही है. अधिकारियों के मुताबिक, इन परियोजनाओं पर काम जल्द शुरू कर दिया जाएगा और तय समय में इन्हें पूरा करने की कोशिश की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो.